चंडीगढ़, 22 जून। कोरोना महामारी में पहले की डेरीवेज एवं आउट सोर्स वर्कर रोजी-रोटी के लिए मोहताज हो गए है। ऐसे में 436 अतिरिक्त आउट सोर्स वर्करों की नौकरी जाने की तलवार लट रही है।
इलेक्ट्रिकल वर्कमैन युनियन के प्रेजिडेंट किशोरी लाल एवं प्रैस सचिव जसविंदर सिंह ने जारी एक बयान में बताया कि 436 आउट सोर्से वर्करों की रींगेसमेंट की मंजूरी नहीं मिली है इससे एक जुलाई से उनकी नौकरी जाने की प्रबल संभावना बनी हुई है। एक तरफ सरकारें कहती है कि इस महामारी में किसी की नौकरी नहीं जानी चाहिए वहीं दुसरी तरफ कर्मचारियों के हितों की जमकर अनदेखी की जा रही है।।
इलेक्ट्रिकल वर्कमैन युनियन के कोर ग्रुप की हुई मीटिंग में बिजली मुलाजिम कल 23 जून को इंजीनियरिंग विभाग के ऑफिस का घिराव करेंगे। मीटिंग मे 436 आउट सोर्स वर्करों की होने जा रही छटनी पर जोरदार शब्दो से निंदा की गई। वही मांग की गई कि 436 आउट सोर्से वर्करों की रींगेसमेंट की तरुत मंजूरी दी जाए।
वर्करों की रींगेसमेंट का केस मंजूरी के लिए चीफ इंजीनियर कम स्पैशल सेक्रेटरी इंजीनियरिंग के ऑफिस में एक महीने से पड़ा है। 30 जून के बाद टेंडर खत्म हो जाएगा और वर्कर नौकरी से बाहर हो जाएंगे। इस लिए बिजली कर्मी बुधवार 23 जून को 11.30 यूटी सेक्रेट्रिएट सैक्टर 9 में प्रदर्शन करेंगे।