चंडीगढ़, 22 जून। कोआरडीनेश कमेटी आफ गवर्नमेंट एण्ड एमसी इंपलाईज एण्ड वर्कर यूटी चंडीगढ़ ने प्रशासक द्वारा कर्मचारीयों को मिलने का समय ना देने तथा लंबे समय से पैंडिंग पड़ी मांगों को ना मानने के विरोध में 28 जून को गवर्नर हाउस को रोष मार्च करने का फैसला किया है।
17 जून को भी कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रतिनिधि माननीय प्रशासक को मांग पत्र देने गवर्नर हाउस पहुंचे थे किन्तु उस दिन एसडीएम सेंट्रेल हरजीत सिंह संधू ने माग पत्र लेकर आश्वासन दिया था कि जल्द ही माननीय प्रशासक ऑफिस के किसीउच्च अधिकारी से कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग होगी। लेकिन माननीय एसडीएम के पत्र लिखने के बावजूद भी किसे अधिकारी ने यु टी र्कमचारीयों की बात नहीं सुनी।
आज भी गवर्नर हाउस के किसी अधिकारी ने कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रतिनिधियों से मिलने का समय नहीं देने से खफा होकर कर्मचारीयों ने जमकर नारेबाजी की इस पर पुलिस द्वारा कर्मचारी नेताओ को पकड़ कर सेक्टर-3 के थाने ले जाया गया । वहा एक घंटा बैठा कर छोड दिया गया।
कोआरडीनेशन कमेटी के प्रधान सतिंदर सिंह, महा सचिव राकेश कुमार, चेयरमैन अनिल कुमार और ने पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस की इस कारवाही की सख्त निदा की और कहा कि के प्रशाशन एक तरफ मांगो का हल नहीं निकाल रहा और दूसरी तरफ मिलने के लिए भी तैयार नहीं हैं।
उन्हों ने आगे कहा कि कोआरडीनेशन कमेटी सितंबर 2020 से यु टी र्कमचारीयों के ज्वलंत मुद्दों पर संघर्ष कर रही है। यु टी प्रशासन के अधिकारियों को अनेका पत्र लिखे जा चुके है लेकिन अधिकारी ना तो मागों पर कोई फैसला कर रहे हैं और ना ही बातचीत करने को तैयार है। इस से पहले भी एसडीएम सेंट्रेल ने र्कमचारीयों के मांग पत्र को गवर्नर हाउस भेजा है किन्तु ना तो माननीय प्रशासक ने और ना ही किसी और अधिकारी ने प्रमुख मांगो पर बात करने का समय दिया है ।जिस से र्कमचारीयों में भारी रोष रहा है।कोआरडीनेशन कमेटी के नेताओं ने आगे कहा कि अगर मांगों पर बातचीत के लिए समय ना दिया तो 28 जून को यूटी र्कमचारी गवर्नर हाउस को रोष मार्च करेंगे जिस की पूरी जमेदारी चंडीगढ़ प्रशासन की होगी।
नेताओं ने माननीय प्रशासक से अपील की कि आउट सोर्सेड र्कमचारीयों के लिए सुरक्षित पालिसी बनाई जाए ता जो उनके सिर पर हर समय लटक रही छटनी की तलवार हट सके। डी. सी रेट में महंगाई दर के अनुसार बढोतरी की जाए। डेलीवेज को रैगुलर करने के लिए बनी 13.3. 2015 की पालसी में बदलाव किए जाए ता जो रहते डेली वेज वर्कर भी रेगुलर हो सके। सी टी यु में 417 बसों के फलीट को पुरा किया जाए। रिटायर र्कमचारीयों को पैंशनरी लाभ जल्द दिये जाए। गावों से बदल कर कारपोरेशन में मरज हुए सफाई कर्मचारियों को बेसिक + डी.ऐ. दिया जाए। मृतक के आश्रितों को जल्द नौकरी दी जाए तथा ठेकेदारी सिस्टम को बंद किया जाए।