चंडीगढ़, 22 जून। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी, शिक्षक व समाज सेवी शिक्षक राजेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग करने के बाद जनता को दिए अपने संदेश मे योग का महत्व बताते हुए कहा कि योग हमारे दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है।
पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया। इस दिन करोड़ों लोगों ने विश्व में योग किया जो कि एक रिकॉर्ड था। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्याम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बना रहता है। राजेश उन्हाणी ने अंत मे कहा “तो आएं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हम सभी योग करने का प्रण ले” ताकि हमारा देश स्वस्थ व स्मृद्ध बन सके और हम एक बार फिर योग के क्षेत्र मे विश्व गुरु की श्रेणी मे अपना गौरवशाली इतिहास बना सके।