चंडीगढ़, 14 दिसंबर। विकसित भारत जनसंवाद संकल्प यात्रा की कड़ी में वीरवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव जिला नारनौल के गांव जाखनी व जैलाफ पहुंचे। संकल्प यात्रा के दौरान इन गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि यादव ने सरकार की जनहितकारी योजनाओं पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही लाभार्थियों से बातचीत की। इसके साथ यह यात्रा गांव तोताहेड़ी, दौंगली, पाथेड़ा, अगियार, भगड़ाना व रिवासा पहुंची। गांव तोताहेड़ी में नांगल चौधरी विधायक डा. अभय सिंह यादव, पाथेड़ा व अगियार में अटेली विधायक सीताराम यादव व गांव रिवासा में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा मुख्य अतिथि थे। सभी कार्यक्रमों में नागरिकों को विकसित भारत की शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव ने केंद्र व प्रदेश सरकार की अंत्योदय की भावना से क्रियान्वित योजनाओं की सराहना करते हुए आमजन को सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ने अपने लगभग साढ़े 9 साल के कार्यकाल में समाज के अंतिम व्यक्ति को सरकारी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों के दौरान हम सबको मिलकर इस देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा करना है। इसी उद्देश्य से सरकार हर गांव व हर व्यक्ति तक पहुंच कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़ा जा रहा है।
नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है की अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार इस कार्य को बखूबी पूरा कर रही है और लगातार इन कार्यक्रमों के जरिए गरीबों को उनका हक दिलाया जा रहा है। विधायक ने नागरिकों से आह्वान किया कि वह जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए स्टॉल्स पर जाकर योजनाओं की जानकारी लें और ऑन द स्पॉट सेवाओं का लाभ लें।
अटेली विधायक सीताराम यादव ने कहा कि मनोहर – मोदी की डबल इंजन की सरकार अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए आखिरी व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ देने का कार्य कर रही है। यह यात्रा प्रदेश के लाखों पात्र नागरिकों को योजनाओं के साथ जोड़ने का कार्य करेगी। हरियाणा सरकार ने परिवार पहचान पत्र के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ देने का कार्य किया है। अब गरीब नागरिकों को दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि उनके घर द्वार पर ही कार्य हो रहे हैं।