चंडीगढ़, 13 दिसंबर। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा-जनसंवाद’ के बुधवार को रेवाड़ी के गांव बालधन खुर्द व बास बिटौड़ी में पहुंचने पर विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा-जनसंवाद’ के तहत गांव – गांव, नगर – नगर पहुंच रही ‘मोदी जी की गारंटी वैन’ को हर एक नागरिक के जीवन में सुरक्षा, समृद्धि और खुशहाली का वाहक बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की समाज के अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ देने की गारंटी के साथ ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा-जनसंवाद’ जिला रेवाड़ी के गांव लधुवास अहीर, गंगायचा अहीर, बालधन खुर्द, बटौड़ी, साबन व बधराना में पहुंची और लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ देते हुए जागरूक किया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की सेवाओं से आमजन को लाभांवित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल्स व प्रदर्शनी लगाकर लोगों को योजनाओं व सरकारी सेवाओं की जानकारी दी गई। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा-जनसंवाद’ पूरे देश में सरकार की प्रमुख योजनाओं की संपूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है जिसका आमजन प्रभावी रूप से लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है, वे ‘मोदी जी की गारंटी वैन’ के पास आकर ‘अपनी जुबानी अपनी कहानी’ सुनाकर सरकार की योजनाओं की सराहना कर रहे हैं। लाभार्थी अपने अनुभव बता रहे हैं जोकि औरों के लिए प्रेरणास्पद हैं। जो लोग गांव में आवास, शौचालय, रसोई गैस सिलेंडर, नि:शुल्क राशन, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान बीमा जैसी किसी भी योजना से अब तक किन्हीं कारणों से वंचित रह गए हैं, उन्हें वैन के पास आयोजित कार्यक्रम में मौके पर ही योजना से लाभान्वित किया जा रहा है।
भारत देश ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ राष्ट्र के लक्ष्य पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘भारत’ के लिए अगले 25 साल बहुत अहम हैं, 2047 तक हमें मिलकर भारत को ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ देश बनाना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 140 करोड़ देशवासियों का लक्ष्य देश को ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ बनाना है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव में दिए गए पंच प्रण ही ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ भारत का सपना साकार करने में सहायक सिद्ध होंगे। पंच प्रण यानी गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, विरासत का सम्मान, महापुरुषों, लोक कलाओं-परम्पराओं पर गौरव, एकता का संकल्प और नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन। देश की 140 करोड़ आबादी अगर पंच प्रण के अनुरूप राष्ट्र प्रथम की भावना से काम करे तो हमें ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि 2047 में देशवासी ‘आत्मनिर्भर और विकसित’ भारत के सूर्योदय के साक्षी बनेंगे।