चंडीगढ़, 13 दिसंबर। गौशाला सेक्टर-45 एवं सेक्टर 25 चंडीगढ़ में श्मशान घाट के पास में बने गौशालाओं से उत्पन्न अपशिष्ट जल का उपचार करने के उद्देश्य से, अपशिष्ट जल की गुणवत्ता में सुधार एवं हानिकारक पदार्थों को हटाने को लेकर नगर निगम चंडीगढ़ ने गौशाला में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) की स्थापना का काम शुरू कर दिया है। मेयर अनूप गुप्ता ने आज नगर निगम आयुक्त अनिंदिता मित्रा, गुरप्रीत सिंह गाबी, क्षेत्र पार्षद, एमसीसी के अधिकारी और क्षेत्र के प्रमुख व्यक्ति की उपस्थिति में गौशाला सेक्टर 45 में 40 किलो लीटर प्रति दिन (केएलडी) क्षमता और गौशाला सेक्टर 25, चंडीगढ़ में 20 केएलडी क्षमता के एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना करने को लेकर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए मेयर ने कहा कि सेक्टर 25 स्थित गौशाला में 2 करोड़ रुपये की लागत से ईटीपी लगाने का काम दो महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। 101.93 लाख रुपये की लागत से 20 केएलडी की क्षमता होगी, जबकि गौशाला, सेक्टर 45 में 151.93 लाख की क्षमता 40 केएलडी की ईटीपी की दो महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी।
मेयर ने कहा कि जानवरों के तरल मलमूत्र के उपचार के लिए ईटीपी का निर्माण करना आवश्यक है, जिसमें उच्च मात्रा में बीओडी और सीओडी होते हैं, जिन्हें एस्टेट सीवरेज सिस्टम में छोड़ने से पहले स्वीकार्य मानकों के अनुसार इलाज करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण पर किसी भी हानिकारक प्रभाव को रोकने और शहर की स्वच्छता और सफाई के स्तर को बनाए रखने के लिए इस कचरे का उपचार करना महत्वपूर्ण है।