करनाल, 10 दिसंबर। श्री राम जन्मस्थान अयोध्याधाम से पूजित अक्षतकलश रूपी श्री रामलला का निमंत्रण आज असंध शहर और ज़ुंडला पहुँचा तो विश्व हिंदू परिषद के आवाहन पर विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उल्लास के साथ इस निमंत्रण को स्वीकार किया।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और ग्रामोदय न्यास के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहाँ जारी एक वक्तव्य में बताया की कलश में शामिल अक्षत क्षेत्र के घर घर तक पहुँचाने की योजना तैयार की गई है। 22 जनवरी को जब अयोध्या में श्रीराम लल्ला अपने नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होंगे उस ऐतिहासिक अवसर पर क्षेत्र के हर मंदिर में भव्य आयोजन कर समाज के सभी वर्गों के लोगों की इस उत्सव में सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
जुंडला और असंध में अक्षत कलशों के स्वागत कार्यक्रमों में सहभागिता के बाद दोनों ही स्थानों पर डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान राम मंदिर आंदोलन के दौरान कार सेवा में शामिल हुए संघर्षकाल के योद्धाओं से मिले और उनसे उनके अनुभव सुने। डॉ. चौहान ने बताया कि असंध में जगदीश टाटा और जुंडला में यादवेंद्र आहूजा आदि कारसेवकों ने बताया कि स्वामी ज्ञानानंद महाराज के नेतृत्व में करनाल ज़िले के कारसेवकों की उत्तर प्रदेश के टुंडला में गिरफ़्तारी के बाद उन्हें अलीगढ़ की जेल में ठूँस दिया गया था।उन्होंने उन्नीस दिन के कारावास के कड़वे मीठे अनुभव भी साझा किए।
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि 22 जनवरी को पहली बार भारत के इतिहास में एक वर्ष के दौरान दूसरी दीपावली मनाई जाएगी।उन्होंने कहा कि इस संवत् की दीपावली मना चुका देश अब एक बार फिर से भगवान श्रीराम के बाल रूप की उनके नवनिर्मित भव्य मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर ही दीपावली मनाएगा।