सुशासन की दिशा में सरकार का एक और महत्वपूर्ण मिशन: मनोहर लाल

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चण्डीगढ, 9 दिसम्बर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों व अधिकारियों को नैतिकता का पाठ पढाने के लिए हरियाणा मिशन कर्मयोगी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी साढे तीन लाख कर्मचारियों व अधिकारियों को मार्च 2024 तक प्रशिक्षित किया जाएगा। यह मिशन राज्य में भ्रष्टाचार उन्मूलन के साथ’-साथ चरित्र निर्माण के लिए कारगर साबित होगा।
मुख्यमंत्री आज भ्रष्टाचार निरोधी दिवस पर हरियाणा मिशन कर्मयोगी कार्यक्रम के तहत राज्य के 9 जिलों में 25 से अधिक स्थानों पर चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम से आनलाईन वार्तालाप कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कर्मयोगी कार्यक्रम के माध्यम से कर्मचारियों व अधिकारियों में नैतिकता के प्रति जागरूक, सचेत और प्रेरित किया जा रहा है ताकि राज्य को भ्रष्टाचार रूपी कैंसर से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभाई जा सके। हिपा के माध्यम से चलाए जा रहे इस कर्मयोगी मिशन कार्यक्रम के तहत राज्य स्तर पर 967 मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए जो नियमित रूप से कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सेवा के दौरान नैतिकता, कर्तव्यपरायणता एवं दायित्वों के प्रति जागरूक करेंगे। इस प्रशिक्षण को वे न केवल अपने सामाजिक जीवन में आत्मसात करेंगे बल्कि भविष्य में युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कर्मयोगी मिशन के तहत फील्ड में 8622 कर्मचारियों व अधिकारियों को नैतिकता एवं दायित्व के प्रति प्रशिक्षित किया जा चुका है। अम्बाला, भिवानी, फरीदाबाद में प्रशिक्षण लगभग पूरा किया जा चुका है और 12 जिलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। यह पारदर्शी, जिम्मेवार और जवाबदेही प्रशासन बनाने की दिशा में अहम कार्य है जो राज्य को बेहतर सुशासन की ओर लेकर जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईमानदार व्यक्तित्व का आत्मबल मजबूत होता है। इसलिए भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सामाजिक चेतना की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण उपरांत सभी कर्मचारी और अधिकारी समाज के प्रति अपने दायित्व को भली भांति निभाएंगे और भ्रष्टाचार रूपी कलंक का उन्मूलन करने में अवश्य कामयाब होंगे।

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