चंडीगढ़ 7 जून। भगवान महावीर को दुनिया भर में शांति के प्रतीक माने जाते है। उनके अनुयायी (जैन समाज) सदा उनके दिखाएं राह पर चलता है। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व महावीर जैन एवं उनके अनुयायियों को बदनाम करने की बड़ी साजिश रच रहे है, जो बहुत ही घातक एवं अशोभनीय है। यह कहना है श्री आत्मानंद जैन सभा, सेक्टर 28 के कार्यकारी सदस्य विकास जैन का।
विकास जैन ने एक सात्क्षाकार में न्यूज एक्स इंडिया को बताया कि राजस्थान में बीते दिनों कुछ असामाजिक तत्व द्वारा जैन समाज को बदनाम करने की बहुत बड़ी साजिश रची है। उनके मनगढ़ंत आरोपों से जैन समाज के लोगों के दिलों बहुत ठेस पहुंची है। जैन समाज के मुनियों के पुतले फूंके जाने पर जैन समाज बहुत आहत हुआ है। देश के हर क्षेत्र में जिस जैन समुदाय का अतुल्य योगदान रहा है उसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
विकास जैन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दुनिया में आज तक किसी धर्म जाति या वर्ग ने जैन समाज का कभी कोई विरोध नहीं जताया और न ही आज तक किसी ने जैन समाज को अपशब्द ही कहें। लेकिन राजस्थान में मंडल नामक एक संगठन ने केवल जैन समाज को अपशब्द कहें बल्कि उनके महासाहिब जैसे तुल्य गुरुओं के पुतले फूंक कर एवं जादू टोटके करने जैसे घिनौने आरोप लगा कर बदनाम करने का काम किया है, जो जैन समाज को बिल्कुल भी बरदास्त करेगा। जैन समाज ऐसी घटनाओं को डट कर शांतिपूर्वक विरोध करेंगा। जैन ने राजस्थान सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द ऐसे लोगों की जांच करवा कानूनी कार्रवाई की जाए।
विकास जैन ने मांग की है कि इन संगठनों चलाने के लिए कहा से पैसा मिल रहा है इस बारें में भी जांच होना चाहिए क्योंकि यह संगठन बीते कुछ वर्षों से जैन समाज को अपना निशाना बना रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग बीते 4 वर्ष पूर्व जैन गच्छाधिपति श्री रत्नाकरसुरिश्रवर जी महाराज साहिब उनके साथ विहार कर रही साध्वी को ट्रक से कुच कर मार दिया गया। ऐसी कई घटनाएं हैं जो कि जैन समुदाय के लिए घातक बनी हुई हैं। सरकार को संवेदनशील स्थानों पर जैन साधु साध्वियों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। ऐसे मामलों में सरकारों को आगे आकर हस्तक्षेप करते हुए सभी जरूरी कदमों को उठाना चाहिए।
विकास जैन ने कहा कि जैन समुदाय सदैव भगवान महावीर जी द्वारा दी गई शिक्षा का पालन करती आई है जिसमें जियो और जीने दो, अहिंसा परमों धर्म का सिद्धांत रहा है। जैन साधु साध्वियों का जीवन तप और वैराग्य से भरा हुआ होता है, वे जीवन में सिर्फ लोगों को सही व सत्य के मार्ग पर चलना ही सिखाते हैं और जैन साधु साध्वियों का अनुसरण पूरा समुदाय करता हैं। जैन समुदाय का देश के हर क्षेत्र में अतुल्य योगदान है। लेकिन देश में कुछ शरारती तत्त्व भी हैं जो कि जैन समुदाय की निंदा कर रहे हैं और अपशब्द बोलने से बाज नही आते है। उन पर आत्मघाती हमला करते हैं।
विकास जैन ने बताया कि हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से जैन मुनियों के बारे में अपशब्द बोले गये है जो कि निंदनीय है और इन शब्दों को कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि जैन साधु साध्वियों का जीवन तप और वैराग्य से भरा हुआ होता है, वे जीवन में सिर्फ लोगों को सही व सत्य के मार्ग पर चलना ही सिखाते हैं। ऐसे में जैन समुदाय के बारें में भडक़ाना व गलत टिप्पणी करना सरासर गलत है। आज पूरा देश जैन समुदाय पर हो रहे अत्याचारों से परेशान व हताश है। विकास जैन ने कहा कि दुनिया को जैन संतों के उपदेशों का अनुसरण करना चाहिए ना कि उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल। इससे वे बुराई करके अपने खुद के कर्म बांधते हैं और पाप के भागीदारी बन जाते हैं।