चंडीगढ़, 1 जून । कोऑर्डिनेशन कमेटी आफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ का डेलीगेशन मंगलवार को चीफ इंजीनियर कम स्पेशल सेक्रेटरी इंजीनियरिंग को मिल तथा लंबे समय से निलंबित पड़ी मांगो के संबंध में एक मांगपत्र सौंपा।
जारी एक बयान में बताया गया कि मांगपत्र में मांग की गई है कि आउट सोर्स्ड वर्करों के हो रहे आर्थिक शोषण को रोकने के लिए तथा उनकी जॉब सिक्योरिटी के लिए जल्द से जल्द सिक्योर्ड पॉलिसी बनाई जाए और जैम पोर्टल के अग्रीमेंट में वो शर्त डाली जाए कि ठेकेदार बदलते समय पुराने वर्करों को नहीं निकाला जाएगा, खाली पड़ी पोस्टों को जल्द भरा जाए, अगर पोस्ट समय पर ना भरने के कारण आबोल्श होती हैं तो सबंधित विभाग के परमुख की जिमेदारी निधारत की जाए, जेई पब्लिक हेल्थ तथा जे ई इलेक्ट्रिकल के रिक्रूटमेंट रूलो में यूनियन के सुजावो अनुसार बदलाव किया जाए, प्रशासनिक कारणों से एबोलिश होई पोस्टों को रिवाइव करवाने का प्रोसेस शुरू किया जाए। रहम के आधार पर निजुक्तिया तारूत की जाए।
सैकडो खाली पड़े पदों को जल्द भरा जाए। रिटायर्ड मुलाजिमों के पेंशन केसों को जल्द क्लीयर किया जाए। पत्र में मांग की गई है कि पी.एच.डेविजन नंबर 8 के अकाउंट ऑफिसर को उसके सहकर्मियों से दूर विवाहर के कारण उसको बिना देरी किए बदला जाए।
पत्र में जे भी मांग की है के करोना काल मे रैगुलर मुलाजिमों के साथ आउट सोर्स्ड तथा डेली वेज वर्कर फ्रंट लाइन पर काम कर रहे हैं तथा अपना 100% दे रहे हैं किंतु फिर भी ठेका बदलने पर उनको नौकरी से निकाला जा रहा है । अगर कोई वर्कर करोना वायरस से संकर्मत हो जाता है तो उसका वेतन काट लिया जाता है। हम मांग करते हैं इस वर्कर विरोधी परकीरिय पर तरुंत रोक लगाई जाए तथा फ्रंट लाइन पर काम कर रहे वर्करों के लिए आर्थिक पेकेज की भी घोषणा की जाए।
जहा जे बताना जरूरी है कि पिशले करोना काल में रॉक गार्डन से निकले सभी वर्करों को अभी तक नौकरी पर नहीं रखा गया अभ होर वर्करों को निकालना शुरू कर दिया है
माननीय चीफ इंजीनियर ने भरोसा दिया के जल्द ही कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रतिनिधियों से मुलाजिम मांगो पर मीटिंग कर मांगो का हल किया जाएगा। प्रतिनिधी मंडल में राकेश कुमार महासचिव, वरिंदर बिष्ट, बलविंदर सिंह, रगबीर सिंह शामिल थे।