चंडीगढ़, 31 मई । आरोग्य भारती चंडीगढ़, श्री धनवंत्री आयुर्वैदिक कॉलेज व अस्पताल के तत्वाधान में सोमवार को एक राष्ट्रीय स्तरीय वेबीनार ‘कोविड-19 -बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाए व बनाए रखें’ पर आयोजित की गई।
इस वेबीनार में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। डॉ राकेश पंडित (मेंबर ऑफ गवर्नर, सीसीआईएम व राष्ट्रीय सचिव आरोग्य भारती) बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे। वक्ता के रूप में डॉक्टर मदन लाल ब्रहम भट्ट ( प्रोफेसर और एचओडी ,रेडियोलॉजी ,किंग जॉर्ज यूनिवर्सिटी, लखनऊ) और उनके साथ डॉ अजीज अरबार (प्रोफेसर और हैड, बीएमके आयुर्वेदा महाविद्यालय, बेलगाम ) आमंतरित थे ।
इस वेबीनार में 100 से अधिक छात्रों, शिक्षकों व अन्य सामान्य जनों ने भाग लिया ।इस करोना कालखंड में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैसे बढ़ाएं वह बनाए रखें जैसे महत्वपूर्ण विषय पर विशेषज्ञों के विचारों से अपना ज्ञान वर्धन किया ।इस विषय पर विशेषज्ञों ने बताया कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता या इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में जन्म से लेकर ही उपायों का विवरण मिलता है।
जन्म के तुरंत बाद ‘जातकर्म’ के अंतर्गत शहद एवं शुद्ध देसी गाय का घी चटाने से अनेक लोगों के प्रति इम्युनिटी प्राप्त हो जाती है।यह एक प्रकार की नैसर्गिक वैक्सीन का काम करता है। इसी प्रकार शहद तथा स्वर्ण भस्म जन्म के समय नवजात शिशु को चटाना तथा हर महीने पुष्य नक्षत्र के दिन बार वचा, गिलोय, आंवला आदि विभिन्न औषधियों पौधों से परिष्कृत सर्वण भस्म के ड्राप्स जन्म से 16 वर्ष तक पिलाने से बच्चों में रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिसे “स्वर्ण प्राशन” के नाम से आज भी आयुर्वेद चिकित्सक प्रयोग करते हैं।