चंडीगढ़, 28 मई । कोऑर्डिनेशन कमेटी आफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ का एक दल शुक्रवार को एसडीएम सेन्ट्रल हरजीत सिंह संधू से मिला और उनकी मार्फत प्रशासक वीपी सिंह बदनोर से मिलने का समय मांगा है ताकि यूटी मुलाजिमों की मांगों को उनसे मिल कर पूरा करवाया जा सकें। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि कोऑर्डिनेशन कमेटी के साथ प्रशासक की मीटिंग जल्द फिक्स करवाई जाएगी।
जारी एक बयान में बताया गया कि मांगपत्र में मांग की गई है कि आउट सोर्स्ड वर्करों के हो रहे आर्थिक शोषण को रोकने के लिए तथा उनकी जॉब सिक्योरिटी के लिए जल्द से जल्द सिक्योर्ड पॉलिसी बनाई जाए और जैम पोर्टल के अग्रीमेंट में जो सर्त डाली जाए कि ठेकेदार बदलते समय पुराने वर्करों को नहीं निकाला जाएगा, खाली पड़ी पोस्टों को जल्द भरा जाए, अगर पोस्ट समय पर ना भरने के कारण आबोल्श होती हैं तो सबंधित विभाग के परमुख की जिमेदारी निधारत की जाए, जेई पब्लिक हेल्थ तथा जेई इलेक्ट्रिकल के रिक्रूटमेंट रूलो में यूनियन के सुजावो अनुसार बदलाव किया जाए, प्रशासनिक कारणों से एबोलिश होई पोस्टों को रिवाइव करवाने का प्रोसेस शुरू किया जाए। कॉर्पोरेशन से इक साल पहले रिटायर्ड मुलाजिमों को पैंशनरी लाभ जल्द दिए जाए। 31.12.96 के बाद भरती हुए डेलिवेज वर्करों को पका किया जाए।
रहम के आधार पर निजुक्तिया पंजाब की तर्ज पर तरूंत की जाए।
करोना काल में रैगुलर मुलाजिमों के साथ आउट सोर्स्ड तथा डेली वेज वर्कर फ्रंट लाइन पर काम कर रहे हैं तथा अपना 100% दे रहे हैं किंतु फिर भी ठेका बदलने पर उनको नौकरी से निकाला जा रहा है । अगर कोई वर्कर करोना वायरस से संकर्मत हो जाता है तो उसका वेतन काट लिया जाता है। हम मांग करते हैं इस वर्कर विरोधी परकीरिय पर तरुंत रोक लगाई जाए तथा फ्रंट लाइन पर काम कर रहे वर्करों के लिए आर्थिक पेकेज की भी घोषणा की जाए। पिछले करोना काल में रॉक गार्डन से निकले सभी वर्करों को अभी तक नौकरी पर नहीं रखा गया वही अभी और वर्करों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रतिनिधी मंडल में राकेश कुमार महासचिव, पैटर्न शाम लाल घावरी वाइस प्रेसिडेंट हरिमोहन शामिल थे।