चंडीगढ़, 1 मार्च । हरियाणा के नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के प्रति फिर से जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संबंधित अधिकारियों को सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क न लगाने वालों को कम से कम पांच मास्क प्रदान करने और उनसे जुर्माना वसूलने का अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने और कोरोना वायरस का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए सक्रिय रणनीति बनाने के भी निर्देश दिए।
मनोहर लाल ने प्रदेश के लोगों से मास्क पहनने की अपील करते हुए कहा कि हालांकि कोरोना वैक्सीन रोल आउट का अभियान चल रहा है, लेकिन हमें मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते रहना चाहिए ताकि सभी सुरक्षित रहें और इस वायरस के प्रसार को रोकने में कामयाब हो सकें।
मुख्यमंत्री आज यहां प्रशासनिक सचिवों के साथ प्रदेश में कोविड-19 स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक ले रहे थे।
श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 दिशा-निर्देशों जैसे मास्क पहनना, हाथों की सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के बारे में व्यापक प्रचार सामग्री के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाए जाएं। इसके अलावा, उद्योगों में मौके पर जाकर जाँच करने और सार्वजनिक स्थानों जैसे शॉपिंग मॉल, बस स्टैंड, स्कूलों, कॉलेजों आदि में कोविड सावधानियों और दिशानिर्देशों को नियमित रूप से लागू करने और इसकी मॉनिटरिंग की जाए। इन स्थानों पर मास्क वितरण के साथ-साथ सफाई व्यवस्था को भी मजबूत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण अभियान को तेज करने के साथ-साथ पंचायती राज संस्थानों, स्थानीय निकायों और पुलिस विभाग के माध्यम से कोविड दिशा-निर्देशों को पुन: सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।
बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि हरियाणा में रोजाना औसतन 15,000 से 18,000 कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं। साप्ताहिक आधार पर टेस्ट पॉजिटिविटी दर एक प्रतिशत से कम है। वर्तमान में, हरियाणा में कोविड के 1205 सक्रिय मामले हैं। एंटीजन की तुलना में आरटीपीसीआर टेस्ट अधिक किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 16 जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड वैक्सीन अभियान की शुरुआत की गई थी। पहले चरण में 16 जनवरी, 2021 से हेल्थ केयर वर्कर्स और 4 फरवरी, 2021 से फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया था। 1.5 लाख से अधिक हेल्थ केयर वर्कर्स को पहली खुराक दी जा चुकी है और 71,000 से अधिक को अब तक दूसरी खुराक दी जा चुकी है। लगभग 1.30 लाख पंजीकृत फ्रंट लाइन वर्कर्स में से 71,000 एफएलडब्ल्यू को पहली खुराक दी जा चुकी है। अब तक कुल 2.2 लाख हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली खुराक दी जा चुकी है। कुल मिलाकर 2.93 लाख से अधिक पहली और दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
राजीव अरोड़ा ने बताया कि आज से कोविड वैक्सीन रोलआउट के तीसरे चरण की शुरुआत हुई है। इस चरण में 60 वर्ष की आयु और उससे अधिक आयु की आबादी तथा 45 वर्ष से 60 वर्ष की आयु वाले सह-रुग्णता (को-मोरबिडिटीज) वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी. एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्त आयुक्त संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस. एन. रॉय, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य संरक्षण प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमनीत पी. कुमार, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महानिदेशक डॉ. साकेत कुमार, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था, नवदीप सिंह विर्क सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।