चंडीगढ़, 15 मई। यूटी कैडर एजुकेशनल एम्प्लाइज यूनियन ने शनिवार को चंडीगढ़ के प्रशासक को पत्र लिख कर मांग की है कि करोना महामारी में जिस भी टीचर या नान टीचिंग स्टाफ की ड्यूटी लगी है और किसी भी कारन उस की दुखदाई मृतयु हो जाती है तो चंडीगढ़ प्रशसान उस के परिवार को 50 लाख़ और एक मेंबर को सरकारी नौकरी दे। क्योकि जैसा के हम जानते है कि करोना महामारी भारत में बहुत ही विक्राल रूप ले चुकी है और कल के भाषण में भारत देश के प्रधान मंत्री ने भी करोना महामारी को अदृश्य दुश्मन माना है और बहुत ही ध्यान से रहने के लिए कहा है।
यूनियन के प्रधान स्वर्ण सिहं कंबोज ने जारी एक बयान में कहा कि जो भी टीचर्स करोना महामारी से योद्धा की तरहे लड़ कर अपनी और अपने परिवार की जान को खतरे में डाल कर हमारी जान की रक्षा कर रहे है, उनके साथ इस समय में कोई भी दुर्घटना हो जाती है तो चंडीगढ़ प्रशसान को उस के परिवार को 50 लाख और एक मेंबर को सरकारी देनी ही चाहिए। यूटी कैडर एजुकेशनल एम्प्लाइज यूनियन अपने सभी साथियो को निवेदन भी करती है कि करोना की वैक्सीन जरूर लगवाए और बिना वजहें घर से बाहर ना निकले। अगर किसी साथी को करोना हो भी जाता है तो उस को रोज़ फ़ोन करके हमदर्दी दे और अगर किसी भी चीज़ की जरूरत पड़ती है तो उस की मदद करे, जिससे वो जल्दी ही इस बीमारी को हराकर ठीक हो जाए।