कोविड जनित तनाव एवं अवसाद में प्राणायाम भ्रामरी योग रामबाणः डॉ अशोक वार्ष्णेय

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चंडीगढ़, 13 मई। आरोग्य भारती हिमाचल प्रदेश एवं अमृत हिमालय फाउंडेशन द्वारा आयोजित  के‍  *कोविड तनाव एवं अवसाद का योग से समाधान* विषय पर आयोजित तरंग संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में अपने उद्बोधन में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ अशोक वार्ष्णेय ने कहा कि कोरोना जनित तनाव एवं अवसाद से निपटने में योग अभ्यास रामबाण है। कोरोना में पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। सकारात्मक सोच एवं व्यवहार रखते हुए योग , प्राणायाम,भ्रामरी तथा ऊं उच्चारण का नियमित अभ्यास तनाव,भय, निराशा और डिप्रैशन के प्रभाव  को कम करने में सहायक है। इनके आधा-आधा घंटा प्रात ,दोपहर एवं सांयकाल भोजन से पहले नियमित अभ्यास से कोरोनावायरस से बचाव, श्वसन प्रणाली जैसे  फेफड़े, सांस की नलियों ,नाक-गला-कंठ को बल मिलता है। योग अभ्यास से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ मनोबल,आत्मबल को ऊंचा रखने तथा पाॅसटीविटी बनाय रखने से अप्रत्याशित लाभ मिलता है। इस संगोष्ठी में  पतंजलि यूनिवर्सिटी से प्रोफैसर जी डी शर्मा ,आरोग्यम इंस्टिट्यूट इंग्लैंड की निदेशक डॉ नेहा शर्मा तथा योग विद्या गुरुकुल नाशिक के निदेशक श्री प्रवीण देशपांडे ने विशिष्ट वक्तायों के तौर पर अपने। उद्बोधनों में योग के विभिन्न प्रयोगों से तनाव मुक्ति के अनुभव प्रतिभागियों से सांझा किए। आरोग्य भारती हिमाचल प्रदेश एवं अमृत हिमालय फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी में अध्यक्षता करते हुए  अपने उद्बोधन में डॉ राकेश पंडित ने कहा कि तनाव एवं पैनिक होने से शरीर की कोशिकाओं में  ऑक्सीजन की मांग 20% तक बढ़ सकती है। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, प्राणायाम, भ्रामरी तथा ओम् का उच्चारण शरीर में आक्सीजन की कमी को दूर करने के साथ-साथ तनाव, हताशा और डिप्रैशन को दूर करने में लाभकारी है।  योगाभ्यास द्वारा अपना मनोबल बनाए रखने से इम्यूनिटी बढ़ाने सहायता मिलती है।कोरोना की इस दूसरी लहर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय, आयुष काढ़ा पीना, मास्क,स्वच्छता एवं फिजिकल दूरी का पालन करना अति आवश्यक है। डॉ राकेश पंडित ने आरोग्य भारती हिमाचल की टीम को बधाई देते हुए कहा कि लगातार स्वास्थ के समसामयिक विषयों पर संगोष्ठीयों का आयोजन कर आरोग्य भारती रिओरिऐंटेशन एवं जनजागरण का श्रेष्ठ काम कर रही है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में डा विनय सिंह, मनिंदर कौर, भूमेष ठाकुर, युधिष्ठिर नायक, जयप्रकाश, डॉ राजेश तलवाड़, डॉ अनिल मैहता, डॉ हेमराज शर्मा, डॉ ओम् राज शर्मा, डॉ अनिल कुमार , डॉ चमन चोहान, डॉ नरेश शर्मा, डॉ दीपाली शर्मा, जगजीत दैहल सहित देशभर से अनेक प्रतिभागियों  ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनिल भारद्वाज ने किया।

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