चंडीगढ़, 4 मई। यूटी कैडर एजुकेशनल एप्लाइज यूनियन,चंडीगढ यूटी की मंगलवार को एक बैठक विडिओ कान्फ्रेंसिंग द्वारा हुई।
जिसमें शिक्ष विभाग,चंडीगढ यूटी द्वारा करोना महामारी के चलते गर्मी की छूटिया जून की बजाय 10 मई से करने के फैसले का स्वागत किया गया।
यूनियन ने शिक्ष विभाग, चंडीगढ यूटी के उच्च अधिकारियो से यह भी मांग की, छूटियो के दोरान जिन टीचर्स की ड्यूटी करोना कंटेनमेंट जोन मे लगी हुई है, उन को कोई भी स्पेशल लीव दी जाए, जिस से उन को भी पूरी छूटियो का लाभ मिल सके।
चंडीगढ प्रशासन कंटेनमेंट जोन मे लगे सभी करमचारियो का जीवन वीमा भी करवाया जाए, अगर करोना काल मे अगर कोई भी दिक्कत आती है तो जीवन वीमा की तरफ से मदद मिल सके।
सरकारी स्कूलो मे जिस भी टीचर को लगातार काम करते सात साल या दस साल हो चुके है तो उन को किसी दूसरे स्कूल मे ट्रांसफर किया जाए, यूनियन की मांग है कि ट्रांसफर पॉलिसी सात साल या दस साल तक की बनाई जाए।
यह भी नियम बनाया जाए कि अगर किसी स्कूल से कोई भी टीचर ट्रांसफर हुआ है वो कम से कम तीन साल या पांच साल तक दवारा उसी स्कूल मे ना आ सके ।
टीचर्स की हाउसिंग सोसायट बनाई जाए और टीचर्स को भी हाउसिंग बोर्ड मकान बना कर दे।
सरकारी स्कूलो मे कांट्रैक्ट या डीसी रेट पर काम कर रहे करमचारियो को रेगुलर करने की पक्की पोलसी बनाई जाए और इन करमचारियो का डीए 20% तक बढ़या जाए।
जैम पोर्टल द्वारा भर्ती करने पर जो ठेकेदार करमचारियो से हजारों रूपए मांगता है उन ठेकेदारो पर कडी कारवाई की जाए।
आज की इस बैठक मे स्वर्ण सिंह कम्बोज, प्रदीप कुमार, सोहन लाल, अमनदीप सिंह, रंजीत पाल, दिनेश पटियाल, अभिषेक वसिष्ठ और कमलपरीत सिंह शामिल हुए।