पंजाब सरकार राज्य में वन के अधीन क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध: लाल चंद कटारूचक्क

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चंडीगढ़, 16 नवंबर। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में वन के अधीन क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, जिसका सबूत इसी बात से मिलता है कि राज्य भर में 1.20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य वन एवं वन्य जीव सुरक्षा विभाग द्वारा पूरा कर लिया गया है।
वन एवं वन्य जीव सुरक्षा मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने राज्य भर के जि़ला वन अधिकारियों के साथ विभाग की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह विचार प्रकट किये।
इस मौके पर मंत्री के ध्यान में यह भी लाया गया कि अगले वर्ष के लिए राज्य भर में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिस सम्बन्धी विभाग द्वारा कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। इसके अलावा उनको इस पक्ष से भी अवगत करवाया गया कि पंजाब राज्य वन विकास निगम के पिछले वर्ष की 36 करोड़ रुपए की आमदन की तुलना में इस वर्ष अब तक के 7 महीनों का आँकड़ा 29 करोड़ रुपए तक पहुँच चुका है और उम्मीद है कि यह बीते वर्ष के आंकड़े को पार कर जायेगा। पंजाब भर में स्थित नर्सरियों के इंचार्जों को प्रशिक्षण देने का काम कल (17 नवंबर) से होशियारपुर से शुरू किया जा रहा है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्रों वाली नर्सरियों के इंचार्जों को प्राथमिकता के आधार पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।
विभाग के कामकाज की समीक्षा करते हुए कटारूचक्क ने राज्य भर में पवित्र वन (1 या 2 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में स्थापित किये जाने वाले पौधे), नानक बग़ीची, शहीद भगत सिंह हरियाली लहर आदि योजनाओं को और अधिक ठोस ढंग से लागू किये जाने पर ज़ोर दिया, जिससे राज्य में हरियाली अधीन क्षेत्र में विस्तार हो सके, जोकि पर्यावरण की शुद्धता में अहम रोल निभा सकता है।
कटारूचक्क ने इस मौके पर रोपड़ के सदाब्रत जंगल और गुरदासपुर के कैशोपुर छम्ब को भी विकसित किये जाने और वहाँ सुविधाएं मुहैया करवाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। विभाग के कर्मचारियों को वर्दियाँ पहनकर ड्यूटी देने की पुरज़ोर वकालत करते हुए मंत्री ने कहा कि इससे विभाग को जहाँ नया रूप मिलेगा, वहीं ऐसे कर्मचारियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी। पौधों की उपयुक्त देखभाल के निर्देश देते हुए मंत्री ने कहा कि इनके आस-पास ट्री गार्ड लगाकर उन पर विभाग के पीला और हरा रंग किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ख़ास क्षेत्रों की पहचान करके जैसे कि फगवाड़ा-चंडीगढ़ सडक़ के आस-पास विभिन्न किस्मों के पौधे लगाए जाएँ और इनकी लगातार निगरानी की जाये।
इस मौके पर वन विभाग की ज़मीन पर नाजायज कब्जों और माइनिंग सम्बन्धी मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसा करने वाले समाज विरोधी तत्वों के खि़लाफ़ कार्यवाही की जाये। इसके साथ ही नाजायज माइनिंग रोकने की कोशिश में गंभीर रूप से ज़ख़्मी होने वाले ईमानदार विभाग के कर्मचारियों की तरक्की या उनको प्रशंसा पत्र देने संबंधी भी विचार किया जाये।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त कमिश्नर (वन एवं वन्य जीव सुरक्षा) राजी पी. श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य वनपाल आर.के. मिश्रा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वनपाल (प्रशासन) धरमिन्दर शर्मा और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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