चंडीगढ़, 18 अप्रैल। मलोया कम्युनिटी सेन्टर के पास नगर निगम चंडीगढ़ की लापरवाही का खुला खेल हो रहा है नगर निगम चंडीगढ़ की ट्रालियों द्वारा एक नए अस्थायी डंपिंग ग्राउंड के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है जहाँ पर हर घंटे दर्जनों ट्रालियों द्वारा शहर से एकत्रित कूड़ा ओर सूखे पत्तों को गिराया जा रहा हैं डंपिंग ग्राउंड की बदबू से लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
इस मौके पर युवा नेता सुनील यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने एक पत्र के माध्य्म से निगम कमिश्नर और मेयर को बताया था कि मलोया में निगम की लापरवाही से सूखे पत्ते का डंपिंग ग्राउंड उभर रहा है पर इस लापरवाही को ना हॉर्टिकल्चर, एमएचओ, ना ही कोई निगम का अधिकारी देखने के लिए आया। यादव ने बताया कि आज पूरा देश करोना की महामारी से बचने के लिए मास्क लगा रहा हैं लेकिन चंडीगढ़ में जगह जगह कूड़े के ढेर लग रहे हैं और इसमें आँग लग रही है। इसके धुए से सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
यादव ने कहां की रोड की दूसरी तरफ घर है अगर निगम इन कार्यों पर सही से काम नहीं करेगी तो इन सूखे पत्तों को यहां से नहीं उठाएगी तो आने वाले दिनों में जगह जगह आग लग जाएगी। नगर निगम और नगर निगम के कर्मचारी सिर्फ आंखें मूंदे देख रहे हैं लेकिन कोई भी कार्य करने को तैयार नहीं है यादव में मीडिया के माध्यम से भी चंडीगढ़ के नागरिकों से अपील की है कि चंडीगढ़ में जहां कहीं भी आगजनी का मामला आपके सामने आता है उसको आप अपने सोशल मीडिया पर डालें ताकि नगर निगम की आंखें खुल सके।
यादव ने कहा कि नगर निगम में दर्जनों से ज्यादा कमेटी बनाई है लेकिन जमीनी स्तर पर नगर निगम और उनके पार्षद अपने एरिया में कुछ नहीं कर रहे। चंडीगढ़ का नगर निगम कैसे चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बना रहा है। सुनील यादव ने कहा की कांग्रेस के समय चंडीगढ़ पहले 1 नंबर पर आया था लेकिन आज चंडीगढ़ 29 में नंबर पर आया है और जैसे शहर के हालात है लगता है जल्द ही शहर 100 नंबर पर होगा।