चंडीगढ़, 13 अप्रैल। चंडीगढ़ की समस्याओं को लेकर फेडरेशन ऑफ सेक्टर्स वेल्फेयर एसोसिएशंस ऑफ चंडीगढ़ (फॉस्वेक) का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा से मिला। फॉस्वेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने डड्डू माजरा स्थित डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां से उठते विषाक्त प्रदूषण और असहनीय बदबू के कारण आसपास लगते क्षेत्रों में रहने वाले लोग न केवल नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं बल्कि कई तरह की गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं।
फॉस्वेक के मुख्य प्रवक्ता और सेक्टर 38 वेस्ट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि चंडीगढ़ में पानी को भी आम आदमी की पहुंच से बाहर कर दिया गया है। पानी की जितनी अधिक दरें चंडीगढ़ में हैं, पूरे भारत में कहीं नहीं हैं। साथ ही उन्होंने भारी मुनाफे में चल रहे बिजली विभाग के निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह चंडीगढ़वासियों के हित में नहीं है।
फॉस्वेक के महासचिव जे एस गोगिया ने कहा की शिक्षा विभाग को निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से मनचाही फीसें और अन्य खर्चे लेने पर लगाम लगानी चाहिए क्योंकि लोग कोरोना काल में पहले ही अपनी आय के स्त्रोत खो चुके हैं।
फॉस्वेक की चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड कमेटी के कन्वीनर और सेक्टर 39 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अमरदीप सिंह ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रहने वाले लोगों ने जरूरत के हिसाब से जो आंतरिक बदलाव किए हैं उन्हें दिल्ली की तर्ज पर एक-मुश्त राशि लेकर नियमित किया जाना चाहिए। समय के साथ परिवार बढ़ गए हैं और चंडीगढ़ में नई प्रॉपर्टी खरीदना आम आदमी के बस में नहीं रहा। उन्होंने कहा कि जिन मकानों में तथाकथित वायलेशन है, उन्हें हाउसिंग बोर्ड नए खरीदार के नाम में नहीं चढ़ाता जिससे खरीदार के लिए अनावश्यक रूप से समस्या खड़ी होती है।
फॉस्वेक के सचिव और सेक्टर 8 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष आर एस गिल ने कहा की सिंचाई के लिए दिए जाने वाले पानी की सप्लाई बहुत अनियमित है। उन्होंनें पार्किंग स्थलों पर व्याप्त अव्यवस्थाओं का भी वर्णन किया। सेक्टर 21 आरडब्ल्यूए के महासचिव प्रदीप चोपड़ा ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में चंडीगढ़ का बहुत नीचे गिर जाना चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इस कार्य में आरडब्ल्यूएज को सम्मिलित करे तो चंडीगढ़ पहले की तरह ‘द सिटी ब्यूटीफुल’ का दर्जा हासिल कर सकता है।
चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा रखे गए सभी विषयों को बहुत गौर से सुनकर नोट किया और आश्वासन दिया कि प्रशासन सकारात्मक रुख रखते हुए लोगों के हित में फैसले लेगा। फाॅस्वेक की ओर से उन्हें इस संबंध में लिखित ज्ञापन भी सौंपा गया।