चंडीगढ़, 12 अप्रैल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 9 नवनियुक्त प्रशिक्षु अधिकारियों ने सोमवार को राजभवन में हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य से शिष्टाचार भेंट की। इन अधिकारियों में 2019-21 बैच के सुश्री अंकिता चैधरी, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षु) हिसार, श्री नीरज, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षु) करनाल, सुश्री सलोनी शर्मा, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षु) सोनीपत तथा सुश्री वैशाली सिंह, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षु) कुरूक्षेत्र तथा 2020-22 बैच के सुश्री सी. जयाशारधा, श्री दीपक बाबुलाल कारवा, श्री हर्षित कुमार, श्री पंकज तथा श्री प्रदीप सिंह शामिल थे।
राज्यपाल श्री आर्य ने सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों की ऐसे चुनौती पूर्ण समय में नियुक्ति हुई है, जब सरकार व प्रशासनिक तंत्र कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव को रोकने पर काम कर रहे हैं। इस समय नए अधिकारियों को और ज्यादा जिम्मेवारी से काम करने का मौका मिलेगा जिससे उनकी कार्य क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में किया हुआ कार्य उनके जीवन का अनुठा अनुभव होगा।
उन्होंने कहा कि आप सबके लिए गर्व की बात है कि आपको हरियाणा जैसे विकसित प्रदेश में काम करने का मौका मिला है। प्रगति के मामले में हरियाणा देश का अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा सभी अधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त की है, जिसका लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा।
आर्य ने कहा कि सभी अधिकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं व कार्यक्रमों को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू करें ताकि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को इन योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके साथ-साथ समाज में समानता और शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए भी कार्य करें। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व अन्य महापुरूषों के राष्ट्र के नव-निर्माण के सपने को पूरा करने में अपनी महती भूमिका निभाएं।
राज्यपाल आर्य ने महिला अधिकारियों को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की महिला सशक्तीकरण की नीतियों की बदोलत आज महिलाएं हर क्षेत्र में परचम फहरा रही हैं। इससे देश की समृद्धि और उन्नति प्रदर्शित होती है। आज की शिष्टाचार भेंट में 9 भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों में चार महिलाएं शामिल थी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी ने भी अपने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अनुभव सांझा किए।