चंडीगढ़, 10 अप्रैल। सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीच्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा यूटी प्रशासन के समाजिक और महिला एव बाल कल्याण विभाग के लिये महिला सशक्तिकरण, जैंडर सैंसीनाईजैशन और स्किल अवैरनेस की दिशा में यूटी पुलिस अधिकारियों के लिये ट्रेनिंग सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में भाग लेने वालों में पुलिस अधिकारी जिनमें महिला और पुरुष इंस्टपेक्टर शामिल थे, विभिन्न पुलिस स्टेशनों के एसएचओ ने भाग लिया। करीब दो घंटे चले इस सत्र का सचालन अनुपम जैन ने किया जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अत्यंत रुचि दिखाई।
सत्र के दौरान विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला गया जिसमें मुख्य रुप से बेटी बचााओ, बेटी पढ़ाओ स्कीम पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। समाजिक महिला उद्यमी और ट्राईसिटी में कई संस्थानों में स्किल डिवपलमेंट प्रोग्राम का संचालन कर रही अनुपमा जैन ने इस बात बल दिया कि सेविंग गल्र्स चाईल्ड की उद्देश्य पूर्ति तभी संभव है जब उसे संयोजित तरीके से पढाया जाये। शिक्षा ही महिला को सशक्त करने का सुदृढ़ माध्यम है।
इस अवसर पर मौजूद पुरुष पुलिस अधिकारियों से अनुपमा ने आग्रह किया कि वे महिलाओं का समर्थन देने की शुरुआत सबसे पहले अपने घर से करें जिसके बाद आफिस और वर्कप्लेस को अपना लक्ष्य बनायें। उन्होंनें कहा कि महिलाओं का अधिकार आत्मनिर्भर बनना है। महिलायें अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट स्वयं अर्जित कर सकती है जिसके लिये उसे समाज में पुरुषों की सपोर्ट चाहिये। सशक्तिकरण विचारों और एक्शंस के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। वर्किग महिलायें भी अपने परिवार के लिये रोल माॅडल बन सकती हैं।
इस अवसर पर उन्होंनें अपने उद्यमिता यात्रा का विस्तारपूर्वक अनुभव सभी से सांझा किया। महिला पुलिस स्टेशन एसएचओ परवेश शर्मा ने आश्वासन दिलाया कि वे स्किल डिवलपमेंट पहल के अंतर्गत एक सत्र का सिलसिला जारी रहेगा जिसमें जरुरतमंद लड़कियों को इसका लाभ मिले।