चण्डीगढ़, 25 अगस्त। फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्कर चण्डीगढ़ के आह्वान पर वीरवार का तय किया धरना अब 15 सितम्बर 2022 को होगा। जिसकी तैयारी जारी है। 15 सितम्बर को दिये जाने वाले धरने की तैयारी में बिजली, पानी, बागबानी, सड़क आदि यूटी व एम सी कर्मचारियों द्वारा सभी विभागों में गेट मीटिगें की जा रही हैं। इस सम्बन्ध में आज एम सी रोड़ व हार्टीकल्चर बिजली मनीमाजरा व रोड़, बूथ सैक्टर 9 में मीटिंग की गई।
अलग अलग विभागों में की गई मीटिंगों को फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज के महासचिव गोपाल दत्त जोशी, प्रधान रघबीर चन्द, वरिष्ठ उप प्रधान राजेन्द्र कटोच हरकेश चन्द, नसीब सिंह, प्रेम पाल, एम सुब्रहमण्यम, एम राजेन्द्रन, गुरमेल सिंह, गुरमीत सिंह आदि विभागीय यूनियनों के पदाधिकारियों ने सम्बोधित करते हुए कर्मचारियों की मांगों पर प्रशासन द्वारा अपनाये जा रहे नकारात्मक रवैये की निन्दा की तथा अरोप लगाया कि बार बार रैलियां प्रदर्शन करने, मांग पत्र देने तथा हड़ताल के बावजूद प्रशासन ने कर्मचारियों की मांगों का कोई समाधान नहीं किया। फैड़रेशन ने 19 मार्च को कन्वैंशन कर 23 मार्च को सैक्टर 17 में विशाल रैली की तथा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। उसके बाद अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 28 व 29 मार्च के हड़ताल का नोटिस दिया फिर भी सरकार ने वार्ता शुरू नहीं की। पुनः 27 मई को मांग दिवस मनाकर सैक्टर 17 में विशाल रोष रैली व प्रर्दशन कर उपायुक्त के मार्फत प्रशासक, प्रशासक के सलाहकार, गृह सचिव व वित्त सचिव व निगमायुक्त को ज्ञापन दिये तथा पुनः मिलकर भी ज्ञापन देकर विस्तृत मीटिंग मांगी परन्तु किसी भी अधिकारी ने मीटिंग कर मांगों पर चर्चा भी नहीं की। जिस कारण संशोधित वेतनमान देने, एरियार का भुगतान करने, खाली पोस्टें, सीधी भर्ती व प्रमोशन से भरने, निजीकरण की प्रक्रिया रद्द करने आदि मांगों का समाधान तो दूर उन पर चर्चा तक नहीं की यहां तक कि डेलीवेज कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान का वित्त विभाग द्वारा पत्र भी अभी तक जारी नहीं हुआ। यहां तक कि विभागीय छोटी छोटी मांगों की भी अनदेखी हो रही है।
फैड़रेशन के पदाधिकारियों ने यूटी, एम सी व अन्य विभागीय संगठनों से 15 सितम्बर को परेड़ ग्राऊड के साथ दिये जा रहे धरने में भारी संख्या में शामिल होने की अपील की है।