चण्डीगढ़, 8 अगस्त। बिजली कर्मचारियों व अभियन्ताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के फैसले के तहत तथा भारतीय बिजली कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर सोमवार को चण्डीगढ़ के बिजली कर्मचारियों ने यूटी पावरमैन यूनियन चण्डीगढ़ के नेतृत्व में आज बिजली के अलग अलग दफ्तरों में केन्द्र सरकार द्वारा जल्दबाजी में बिजली अमैन्डमैंट बिल 2022 को संसद में पेश करने के खिलाफ भोजनावकाश के दौरान रोष रैलियां की। अलग अलग दफ्तरों में की गई रैलियों को यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, दर्शन सिंह, रणजीत सिंह, तिलक राज, टेकराज आदि यूनियन के प्रतिनिधियों के अलावा फैड़रेशन के प्रधान रघवीर चन्द व वरिष्ठ उप प्रधान राजेन्द्र कटोच ने भी सम्बोधित किया। रैलीयों को सम्बोंधित करते हुए वक्ताओं ने जल्दबाजी में बिजली अमैन्डमैंट बिल संसद में पेश करने की निन्दा की तथा कहा कि बिल पेश करने से पहले मुख्य स्टेक होल्डरों के सुझाव भी नहीं लिये गये। इससे पहले सरकार ने राष्ट्रीय समन्वय समिति को तथा किसानों के संघर्ष के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा को विश्वास दिया था कि बिल को संसद में रखने से पहले सुझाव लिये जायेंगे लेकिन सरकार अपने वायदे से पीछे हट गई। उन्होंने बिल को संसद की उक्त सम्बन्धी स्टैडिंग कमेटी को विस्तृत चर्चा के लिए भेजने की मांग की ताकि राज्यसरकारों के सभी दावेदारों के हित सुरक्षित किये जा सकें।
वक्ताओं ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ लगातारा बदले की भावना से की जा रही कार्यवाही के लिए प्रशासन की कड़ी निन्दा की तथा मांग की कि 2 जेईज को बहाल करने, 17 कर्मचारियों को पुनः नौकरी पर रखने, एफआई आर रद्द करने व शोकाज नोटिस वापिस लेने की मांग की तथा जोर देकर कहा कि विभाग में खाली पड़ी प्रमोशन की पोस्टें शीघ्र भरी जायें। वक्ताओं ने सभी कर्मचारियों से 25 अगस्त को फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ के आह्वान पर दिये जा रहे धरने में भारी संख्या में भाग लेने की अपील की।
बिजली अमैन्डमैंट बिल 2022 को संसद में पेश करने के खिलाफ रोष प्रर्दशन
