चंडीगढ़, 3 अप्रैल। राज्य में कोविड के फिर से उभार को रोकने के उद्देश्य से मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग को 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का इसी माह में टीकाकरण करने के हुक्म दिए हैं।
उन्होंने हर जिले के इंचार्ज प्रशासनिक सचिवों को योजनाबंदी और रिस्पाँस सिस्टम की निगरानी करने के निर्देश भी दिए।
यहाँ राज्य में कोविड टीकाकरण और प्रबंधन की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने समूह डिप्टी कमीश्नरों, पुलिस कमीश्नरों और जिला पुलिस मुखियों को मृत्युदर को घटाने और कान्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने, टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण मुहिम में तेजी लाने के यत्न करने की हिदायत की जिससे पंजाब को कोविड की मौजूदा नाजुक स्थिति में से बाहर निकाला जा सके।
श्रीमती महाजन ने कहा कि कोविड के बढ़ रहे मामलों को रोकने के लिए कोविड सम्बन्धी नियमों को सख्ती के साथ लागू किया जाना चाहिए क्योंकि पिछले हफ्ते पंजाब में कोविड के केस बहुत तेजी से बढ़े हैं।
उन्होंने रिपोर्टों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बहुत से लोग अभी भी सामाजिक, राजनैतिक और धार्मिक जमावड़ों के दौरान मास्क नहीं पहन रहे जिस कारण राज्य में कोविड स्थिति और भी खतरनाक बन सकती है।
डी.सी, सी.पी, एस.एस.पीज. और सिविल सर्जनों के साथ मौजूदा स्थिति का जायजा लेते हुए मुख्य सचिव को जानकारी दी गई कि अब तक लगभग 10 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है और आने वाले दो हफ्तों के दौरान राज्य में 32 लाख नागरिकों को टीका लगाने की योजना है।
उन्होंने राज्य के सरकारी अमले को हिदायत की कि टेस्टिंग क्षमता को प्रति दिन 60,000 तक पहुँचाया जाये जिससे कोविड की स्थिति पर समय रहते काबू पाया जा सके।
श्रीमती महाजन ने जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड के मरीजों के नमूनों को जल्द से जल्द एकत्रित किया जाये और जल्द से जल्द नतीजे उपलब्ध करवाए जाएँ जिससे पाॅजिटिव मरीज खुद को तुरंत क्वारंटीन कर सकें।
उन्होंने इच्छा अभिव्यक्ति कि डाॅक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारी आईसोलेट किये मरीजों को निजी तौर पर मिलने और मरीजों को अपेक्षित दवा या आगे की जांच सम्बन्धी उचित दिशा प्रदान की जाये। उन्होंने डाक्टरों को इस मुश्किल घड़ी में पूरी इमानदारी और निष्ठा के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन को गैर-सरकारी संगठनों और अन्य सिविल सोसायटी समूहों को वैक्सीनेशन मुहिम में हिस्सा लेने के प्रति प्रेरित करने के लिए कहा जिससे लोग बिना किसी झिझक के वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ सकें।
उन्होंने प्रशासन को हिदायत की कि कोविड टेस्टिंग में विस्तार करने के लिए नमूनों को दिन में तीन बार लैबों में भेजा जाये और टैस्टों के नतीजे मरीजों को जल्दी उपलब्ध करवाए जाएँ।
कोविड प्रबंधन, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और टीकाकरण बारे राज्य की रणनीति पेश करते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुस्न लाल ने बताया कि डाॅक्टरों को हिदायत की गई है कि वह नमूने और टीकाकरण सम्बन्धी विवरणों को रीयल टाईम के आधार पर अपलोड करने और लाभपात्रीयों को फोन किया जाए और संदेश भेजा जाये जिससे वह समय पर टीकाकरण वाले स्थानों पर पहुँच सकें।
उन्होंने कोविड के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए छह आधारों का व्याख्यान किया जिसमें रोकथाम और निगरानी, टेस्टिंग, इलाज, टीकाकरण, नागरिक संचार और जानकारी प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि कोविड की इस दूसरी लहर में पंजाब में लगभग 80 फीसदी कोविड केस यूके स्ट्रेन वाले पाए गए हैं।
इस मौके पर डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि पुलिस कर्मचारियों की तरफ से अब तक लगभग डेढ़ लाख आर. टी-पी.सी.आर टैस्ट करवाए जा चुके हैं। इसके अलावा पंजाब पुलिस की दो बटालियनों का पूरी तरह टीकाकरण करवा दिया गया है और 74 प्रतिशत पुलिस कर्मी पहले ही यह टीका लगवा चुके हैं।
उन्होंने लोगों को कोविड नियमों का सख्ती के साथ पालन करने की सलाह दी और कहा कि हालात सामान्य होने तक होटल और रैस्टोरैंटों में पार्टियों के लिए जलसा न किया जाये।
इस मीटिंग में अन्यों के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले संजय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव फूड प्रोसेसिंग अनिरुद्ध तिवारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव कर ए. वेनू प्रसाद, वित्त कमिश्नर ग्रामीण विकास और पंचायत सीमा जैन, प्रमुख सचिव आवास निर्माण और शहरी विकास सर्वजीत सिंह, प्रमुख सचिव वित्त क.ए.पी सिन्हा, प्रमुख सचिव निवेश संवर्धन अलोक शेखर, प्रमुख सचिव मैडीकल शिक्षा और खोज डी.के. तिवारी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विकास प्रताप, प्रमुख सचिव योजना राज कमल चैधरी, प्रमुख सचिव स्थानीय निकाय अजॉय कुमार सिन्हा और स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. के.के. तलवार और वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर भी उपस्थित थे।