मोहाली, 28 फरवरी । खालसा कॉलेज चैरीटेबल सोसाइटी अमृतसर के सरप्रस्त सत्याजीत सिंह मजीठिया और सरप्रस्त राजिंदर मोहन सिंह छीना की अगुवाई में खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज, फेस 3 ए, मोहाली में श्री गुरू तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित श्रीगुरू तेग बहादुर जी की विचारधारा और बाणी की समकाली प्रसंगिता विषय पर राष्ट्रीय वैबीनार आयोजित करवाया गया। जिसमें कॉलेज प्रिंसीपल एवम प्रोग्राम अफसर डा. हरीश कुमारी से सहित विभिन्न लैक्चरार्स ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
उद्धघाटन भाषण के दौरान पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के गुरू नानक सिख अध्ययन विभाग के प्रोफेसर और अकादमिक इंचार्ज डा. जसपाल कौर कांग ने श्री गुरू तेग बहादुर जी के जीवन, बलिदान और बाणाी को समकाली संवेदनहीन तथा चुनौतीपूर्ण स्थिति के साथ जोड़ते बताया।
उन्होंने कहा कि नौवें गुरू साहिब की विचारधारा व जीवन मनुष्य की सुंदरता के हक में खड़ी है। कुंजीवत भाषण देते पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला के पंजाबी विभाग के पूर्व प्रमुख और एसोसिएट प्रो. डा. लखवीर सिंह ने श्री गुरू तेग बहादुर जी की बाणी के हवाले से वैराग व त्याग के महत्त्व को आधुनिक समय में नौजवान पीढ़ी को सीख लेने के लिए प्रेरित किया। वैबीनार के दौरान पोस्ट ग्रैजुऐट गर्वमैंट कॉलेज सैक्टर 11 के पंजाब विभाग के अस्सिटैंट प्रो. डा. जतिंदर सिंह ने श्री गुरू तेग बहादुर की शहादत के इतिहास और राजनीतिक महत्त्च को समकाली समस्याओं के साथ जोड़ा। गर्वनिंग कौंसल ऑफ खालसा कॉलेज के मैंबर गुरचरन सिंह बोपाराय और स्वर्ण सिंह के अलावा राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न युनिवर्सिटीस सहित कॉलेजों के अध्यापकों, खोजकर्ताओं और विद्यार्थियों ने इस वैबीनर में हिस्सा लिया।
कॉलेज प्रिंसीपल और प्रोग्राम अफसर डा. हरीश कुमारी ने शामिल हुए सभी वक्ताओं का वैबीनार के साथ जुडऩे के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रो. नवीन कुमार और डा. पुनीत की ओर से वैबीनार को तकनीकी रूप में सफल बनाने में सुचारू भूमिका निभाई गई। मंच का संचालन प्रो. किरपाल सिंह हीरा की ओर से बाखूबी ढंग से किया गया।