चंडीगढ़, 26 मार्च। पोषण अभियान समग्र रूप से पोषण परिणामों में सुधार करने के लिए प्रयास कर रहा है। यह बात अनुज चांडक, उप निदेशक, रीजनलआउटरीच ब्यूरो, चंडीगढ़ ने ‘पोषण अभियान: सही पोषण-देश रोशन’ पर आयोजित एक वेबिनार के दौरान कही। यह वेबिनार शुक्रवार को रीजनल आउटरीच ब्यूरो और पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा पोषण पखवाड़ा समारोह मनाये जाने के तौर पर आयोजित किया गया। प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, अनुज चांडक ने कहा कि 8 मार्च 2018 को प्रधानमंत्री द्वारा पोषण अभियान शुरू किया गया था और यह ज़्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए अब एक लंबा रास्ता तय कर चुका है।
राज्य सलाहकार पोषण अभियान, चंडीगढ़ प्रशासन की सरिता गोदवानी ने पोषण अभियान के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया और इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न सरकारी विभागों को इस अभियान के तहत लक्ष्य हासिल करने के लिए तालमेल से काम करना चाहिए। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अपनाई गई बेहतर कार्य प्रणाली जैसे पोषण ऑन व्हील्स कार्यक्रम, एनीमिया मुक्त चंडीगढ़, समर्पित हेल्पलाइन आदि पर भी प्रकाश डाला।
जीएमएसएच सेक्टर-16, चंडीगढ़ की सीनियर डाइटीशियन डॉ मनीषा अरोड़ा ने कहा कि भोजन एक बुनियादी मानवीय जरूरत है और संतुलित आहार स्वस्थ दिमाग और शरीर के लिए आवश्यक है। एक संतुलित आहार के महत्व के बारे में बताते हुए, उन्होंने उल्लेख किया कि यह शरीर को प्रमुख और मामूली, दोनों तरह के पोषक तत्वदेता है जिससे यह सही ढंग से कार्य करता है। उन्होंने विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान हाथ धोने और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
सत्र का समापन हितेश रावत, सहायक निदेशक, पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने के साथ हुआ। हिमांशु पाठक, सहायक निदेशक, पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ ने इस सत्र का संचालन किया जिसमें चंडीगढ़ क्षेत्र के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीयअधिकारियों ने भी भाग लिया।