चंडीगढ़, 24 मार्च। मौलीजागरां विकासनगर में आज अतिक्रमण हटाने आए दस्ते को स्थानीय पार्षद व पूर्व डिप्टी मेयर अनिल दुबे की अगुआई में यहां के निवासियों का कड़ा विरोध सहना पड़ा और अंतत: बैरंग लौटना पड़ा। अनिल दुबे ने आरोप लगाया कि इस दस्ते को कांग्रेसियों की मांग पर स्थानीय थानाध्यक्ष जुलदान सिंह ने बुलाया था। उन्होंने खुलासा किया कि कुछ दिन पूर्व विकास नगर में पुलिस-पब्लिक मीटिंग हुई थी जिसमें कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने थानाध्यक्ष से यहां के कई निवासियों द्वारा घरों के आगे सीढ़ियां बनाने का आरोप लगाया था व उनसे इन्हें हटाने की मांग की थी। इस पर थानाध्यक्ष ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिख कर कार्यवाई करने की मांग की थी जिस पर संज्ञान लेते हुए आज अधिकारियों ने ये दस्ता भेजा था।
दुबे ने बताया कि सूचना मिलने पर वे खुद कॉलोनीवासियों को लेकर मौके पर पहुंचे व डट कर विरोध किया। इसके अलावा स्थानीय भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद व अन्य पदाधिकारियों को मामले के बारे में बताया जिस पर उन्होंने दखल देते हुए निगम अधिकारियों से बात करके अतिक्रमण रुकवाया। दुबे ने कहा कि वे हरदम अपने इलाकावासियों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमेशा रहेंगे। अनिल दुबे ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर बरसते हुए कहा कि अपनी इन्ही जनविरोधी नीतियों के कारण सत्ता से बाहर है व बार-बार हार का मुंह देखना पड़ रहा है।
इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा मंडलाध्यक्ष अरविन्द सिंह, लल्लन, राजपाल डोगर, बाबू राम यादव, वीरपाल, ओमप्रकाश यादव, शिव राय, टन्नू सिंह, राम, शशांक दुबे (शानू), आज़ाद मौर्य. संदीप व आदि भी शामिल हुए। यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति में दी गई।