चंडीगढ़, 22 मार्च । विश्व जल दिवस के मौके पर समस्या समाधान टीम चंडीगढ़ ने मनीमाजरा में रैली निकाल कर लोगों को पानी संरक्षण करने के लिए जागरूक कियाI इस मौके पर समस्या समाधान टीम के शक्ति श्रीवास्तव और राजेश जायसवाल ने कहा कि धरती पर दिन प्रतिदिन पानी का स्तर घटता जा रहा है, जो कि चिंता का विषय हैI नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार भारत पानी कि विकट समस्या से जूझ रहा है और उन्होंने भारत को पानी कि समस्या के हिसाब से 122 देशों की सूची में से 120 वे स्थान पर रखा है। नीति आयोग कि रिपोर्ट के अनुसार भारत के 100 प्रमुख शहर बिना पानी के हो गये है और इसको देखते हुए हम सभी को पानी का संरक्षण करना चाहिए और इसलिए प्रधानमंत्री ने पानी के संरक्षण के लिए”अटल जल योजना” शुरू की है I
इस मौके पर मुकेश मिश्रा और प्रवीन ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शहर को 24 घंटे पानी देने की योजना हैI यह योजना सिर्फ पानी की बर्बादी है और इसको लागू करने में बहुत सारा पैसा खर्च होगा जो लोगों पर टैक्स लगा कर पानी के बिलों के रास्ते वसूल किया जाएगाI लोग पहले ही कोरोना लॉक डाउन के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे है और उस पर यह अवांछित आर्थिक बोझ गरीब और मध्यम वर्ग की कमर ही तोड़ देगा I सरकार को यह योजना तुरंत बंद करनी चाहिएI
इस पर ओंकार सैनी और बबलू वर्मा का कहना है कि राष्ट्रीय मानदंडो के अनुसार एक दिन में प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी उपयोग करता है और चंडीगढ़ में यह 256 लीटर प्रति दिन प्रति व्यक्ति उपलब्ध है, जो की राष्ट्रीय मानदंडो के अनुसार बहुत ज्यादा हैI इसके इलावा चंडीगढ़ मे आपूर्ति का 33 प्रतिशत लीकेज में बर्बाद हो रहा है इसलिए प्रशासन को पहले इस तरह की पानी बर्बादी को रोकना चाहिए, ना के 24 घंटे पानी सप्लाई करके पानी की बर्बादी को बढ़ावा देना चाहिए I
इस पर मनोज शुक्ला का कहना है कि 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने की योजना का नीव पत्थर 21 अक्टूबर 2016 को रखा गया था और केंद्र सरकार से इस काम के लिए पहले भी 30 करोड़ का फंड चंडीगढ़ को दे चूका है परन्तु अभी तक ये योजना की शुरुआत भी नहीं हुई है और अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 24 घंटे पानी उपलब्ध करवाने के लिए 500 करोड़ का लोन भी ले लिया है जिसको 2 प्रतिशत ब्याज के साथ वापिस करना हैI जिसके लिए चंडीगढ़ की जनता पर टैक्स का भार बढ़ना लाज़मी है I चंडीगढ़ प्रशासन ने पानी के राजस्व में घाटा दिखा कर नयी अधिसूचना के तहत बेतहाशा बढ़ोतरी भी की है, जो हर साल अप्रैल में 3 प्रतिशत बिना अग्रिम मंजूरी के बढ़ना भी तय है I नयी अधिसूचना के बाद चंडीगढ़ के लोगों का पानी का बिल जो पहले 1000 रूपए आता था अब 3000 रूपए आ रहा है और अब यह अप्रैल में 3 प्रतिशत भी बढ़ना तय है I कोरोना लॉक डाउन के कारण पहले ही लोग आर्थिक संकट से गुजर रहे है और ऐसे में यह बढ़ोतरी लोगों की कमर तोड़ रही है I चंडीगढ़ प्रशासन को पानी के बिल ना भरने वाले डिफॉल्टर लोगों से वसूली करनी चाहिए और राजस्व बढ़ाना चाहिए I साथ में नयी अधिसूचना वापिस लेने के साथ 24 घंटे पानी उपलब्ध करवाने वाली योजना पर तुरंत रोक लगानी चाहिए इससे लोगों को महंगाई में कुछ राहत मिलेगी I चंडीगढ़ के लोगों को पानी संरक्षण के लिए जागरूक करने व चंडीगढ़ में पानी वृद्धि के कारणों को बताने के लिए समस्या समाधान टीम आज से ही जल जाग्रति अभियान शुरू कर रही है I इस मौके पर रमेश ठाकुर, पप्पू, मिलाप सिंह, जोगिंदर, राहुल हिपहॉपर, रामराज मौर्य और कॉलोनी निवासी मौजूद रहे।