नई दिल्ली / चंडीगढ़, 20 मार्च । पंजाब में सनातन धर्म की हजारों एकड़ संपत्तियों पर अवैध कब्जे हो चुके हैं और लगातार जारी है। जिसको लेकर दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव, पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रभारी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ विभिन्न हिंदू सनातनी संगठनों द्वारा दिल्ली में आयोजित एक विशेष बैठक के दौरान भेंटवार्ता की गई। सनातनी संगठनों ने राज्य में सनातनी संपत्तियों को अवैध कब्जों को से मुक्त कराने के लिए पंजाब में विशेष आयोग के गठन की मांग की है। जिसके बारे में रावत ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे पर जल्द ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जी से मिलेंगे। इस संदर्भ में एक ठोस रूपरेखा तैयार की जाएगी। जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को जानकारी देते हर्षवर्धन शर्मा, उपाध्यक्ष, शिरोमणि मंदिर प्रबंधक समिति -1867 और मालवा प्रान्तीय ब्राह्मण सभा पंजाब के अध्यक्ष करन अवतार कपिल ने बताया कि पंजाब के लगभग हर जिले में हिंदू सनातन धर्म की हजारों एकड़ संपत्ति है। जिन पर गैर-सनातनी लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर रखा है और कई तत्व अभी भी सनातन धर्म की संपत्तियों पर कब्जा करने की कोशिश में हैं। उन्होंने यह भी बताया कि संगरूर, बरनाला, बठिंडा, पटियाला सहित राज्य के कई जिलों में सनातन धर्म और हिंदू संगठनों के नेता सनातन धर्म की संपत्तियों को गैर-सनातनी ताकतों। से कब्जामुक्त कराने के लिए बरसो से पुलिस थानों और अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकांश जगहों पर संपत्तियों पर कब्जे का कारण राजनीतिक हस्तक्षेप ही रहा है।
बैठक के दौरान यह मांग की गई कि राज्य सरकार द्वारा गैर-सनातनी ताकतों से छुटकारा पाने के लिए पंजाब प्रदेश में विशेष आयोग का गठन किया जाना चाहिए, राज्य के जिस जिस जिला शहर गांव में गैस ना अपनी तत्वों द्वारा सनातन धर्म की संपत्ति पर अवैध और अप्रत्यक्ष रूप से कब्जा कर लिया है। पारंपरिक संपत्तियों की सूची तैयार करने के लिए संबंधित जिलों में तैनात उपायुक्तों से सूची तरफ की जानी चाहिए।