विश्व स्वास्थ्य दिवस: लगातार बढ़ता प्रदूषण बढ़ा रहा है सांस से संबंधित रोग

विश्व स्वास्थ्य दिवस: लगातार बढ़ता प्रदूषण बढ़ा रहा है सांस से संबंधित रोग
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मोहाली, 7 अप्रैल। विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल 7 अप्रैल को स्वास्थ्य के मुद्दों पर आम लोगों का ध्यान आकर्षित करने और इसका स्तर कम करने के लिए उचित कदमों के लिए समर्थन जुटाने के लिए मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस -2022 का विषय ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’ (अवर प्लेनेट, अवर हेल्थ) है। प्रति वर्ष 4.2 मिलियन से अधिक मौतों के साथ, वायु प्रदूषण दुनिया में कार्डियोपल्मोनरी मौतों का नौवां प्रमुख कारण बना हुआ है।
डॉ. जफर अहमद इकबाल, डायरेक्टर, पल्मोनोलॉजी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप स्टडीज, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली, ने एक हेल्थ एडवाइजरी में हवा की गुणवत्ता के बिगड़ते स्तर के बीच हर किसी के स्वास्थ्य की सुरक्षा के बारे में कई उपयोगी सुझाव साझा किए।
फेफड़ों के कैंसर के मामले में पंजाब भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है और बठिंडा की ‘कैंसर ट्रेनों’ के बारे में सभी को पता हैं। इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए, डॉ जफर ने कहा कि ‘‘फोर्टिस अस्पताल मोहाली में पराली जलाने की अवधि (सितंबर से नवंबर) के दौरान श्वसन संबंधी लक्षणों वाले सभी आयु वर्ग के रोगियों को बड़ी संख्या में प्राप्त किया जाता है। हर तरफ फैला धुआं समस्या को कई गुना बढ़ा देता है।’’
डॉ.जफर ने बताया कि इस मामले में सबसे कमजोर और जोखिम में आने वाले समूह में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं जो इनडोर वायु प्रदूषण के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘बच्चे खेलने के लिए बाहर जाते हैं और इसलिए अनफि़ल्टर्ड हवा को सीधे अपने फेफड़ों में ले जाते हैं।’’
उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), फेफड़े का कैंसर, निमोनिया, अस्थमा आदि जैसी सांस की बीमारियां होती हैं। खराब गुणवत्ता वाली हवा के कारण कोविड, फ्लू, आंख, गले और निमोनिया सहित श्वसन तंत्र के संक्रमण भी होते हैं।
डॉ. जफर ने कहा कि वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए राज्य और सरकार के स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है। डॉ.जफर ने कहा कि ‘‘अधिक पेड़ लगाना, प्रदूषणकारी उद्योगों को विनियमित करना, वाहनों के प्रदूषण को सीमित करना और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को तेजी से अपनाना चाहिए। इसके साथ ही उचित मास्क और कपड़ों का उपयोग करें, कार-पूलिंग या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, वाहनों से निकलने वाले धुएं से बचें, खुद को हाइड्रेटेड रखें और हाथों और चेहरे को बार-बार धोने का अभ्यास करें। इन सभी उपायों से ही हम अपने आप को वायु प्रदूषण के प्रभावों से मुक्त रख सकते हैं।

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