कपूरथला, 21 मार्च। 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुई बर्बरता का सच सबके सामने आने वाली द कश्मीर फाइल्स फिल्म ने सिनेमा हॉल में 80-90 के दशक से पहले की यादें ताजा कर दी है।जब 1980-90 के दशक से पहले भक्ति फिल्में बनती थी तो सिनेमा हॉल में जयकारा गूंजता था।उसके बाद अब द कश्मीर फाइल्स के दौरान सिनेमा हॉल में ना केवल जय श्रीराम का जयकारा गूंज रहा है,बल्कि लोगों का दर्द भी सामने आया।रविवार की रात सिनेमा हॉल में द कश्मीर फाइल्स देखने पहुंचे विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कहा कि सभी हिंदुओं तथा माता-बहनों को खासकर इस फिल्म को जरुर देखना चाहिए,ताकि भारत के किसी भी राज्य के कोई जिला को फाइल्स नहीं देखना पड़े।बहुत वर्षों बाद हिन्दुओं के साथ हुए अत्याचार या यों कहें इस्लामिक आतंकवाद के द्वारा हिन्दुओं पर किए गए जघन्य अपराध को द कश्मीर फाइल्स में दिखाया गया है। कश्मीरी हिन्दुओं के साथ किए गए नरसंहार का सिर्फ 30 प्रतिशत ही फिल्मों में दर्शाया गया है।विश्व हिन्दू परिषद जालंधर विभाग के प्रधान नरेश पंडित ने कहा कि यह शायद पहली फिल्म हैं जिसका दर्शक वर्ग खुद प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।फिल्में देखने के बाद भी खून नहीं गर्म हो तो जरूर वह पानी हैं। दाउद गैंग से ग्रसित बॉलीवुड के लिए यह फिल्म एक तमाचा है कि ऐसी फिल्मे भी सौ करोड़ के कमाई कल्ब मे जा सकती है।ऐसे निर्देशक एवं प्रोड्यूसर को प्रोत्साहित करना चाहिए।कश्मीर में घटित कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार,त्रासदी,बेघर करने सहित अनेक विचलित करने वाले वास्तविक दृश्य और घटना सिनेमा के माध्यम से काफी साहस का परिचय देते हुए किसी निर्माता-निर्देशक ने पहली बार लोगों तक पहुंचाया है।उन्होंने कहा कि संगठनात्मक रूप से हमलोग हिन्दुओं को जितना जागरूक और एकजुट नहीं कर सके,उतना इस फिल्म ने कर दिया।आशा है कि भारत के कोई जिला में फिर कोई ऐसी घटना नहीं होगी तो हिन्दू भागे नहीं सड़क पर उतर कर जवाब दें।बजरंग दल के जिला प्रधान जीवन प्रकाश वालिया ने कहा कि मुझे यह बताते हुए गर्व है कि इस फिल्म के मुख्य किरदार अभिनेता अनुपम खेर का अभिनय सराहनीय है।मुझे तो आश्चर्य है कि कैसे पूर्व की सरकारों ने इस दर्द के बारे में बात नहीं की,देश को इसके बारे में साजिश के तहत इस दु:खद सच को सामने नहीं आने दिया।वर्षों तक कश्मीरी पंडितो को दृष्टि से अनदेखा रखा।वालिया ने कहा कि मैं निर्माता एवं निर्देशक विवेक अग्निहोत्री,पल्लवी जोशी,अनुपम खेर और दर्शन का धन्यवाद करता हूं।उनका धन्यवाद इसलिए भी कि उन्होंने अमानवीय वास्तविकता को दुनिया के सामने लाने का साहस किया।जिस तरह से कुछ लोगों को इस फिल्म के माध्यम से सच्चाई सामने आने पर डर लग रहा है,अगर यही डर उन्हें व उनकी जमात को यह पाप करते हुए लगा होता तो आज हमारे भाई-बहनों को यह दुःख नहीं देखना पड़ता।इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के जिला प्रधान नारयण दास,बजरंग दल के जिला प्रभारी चंदर मोहन भोला,बजरंग दल के जिला प्रभारी बावा पंडित,जिला उपप्रधान,सवामी प्रसाद शर्मा,विहिप नेता अशोक शर्मा,मदन लाल,गुड्डू,साहिल शर्मा आदि उपस्थित थे।