हरियाणा का आम बजट मातृशक्ति को समर्पित: डॉ. चौहान

हरियाणा का आम बजट मातृशक्ति को समर्पित: डॉ. चौहान
Spread the love

करनाल, 9 मार्च। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने वित्त मंत्री का अतिरिक्त प्रभार रखने वाले राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा पेश किए गए आम बजट को दूरदर्शी और प्रगतिशील सोच वाला बताया है। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को समर्पित यह बजट राज्य के सर्वांगीण विकास का रोडमैप तैयार करेगा।
डॉ. चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पेश किए गए इस बजट में किसान समेत समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज के नाम पर पांच लाख रुपये का अवार्ड शुरू करने का ऐलान, तीन महिला कालेजों व कामकाजी महिलाओं के लिए आवास सुविधा और हरियाणा मातृशक्ति उधमिता योजना के तहत पांच लाख से कम सालाना आय वाली महिलाओं के लिए तीन लाख रुपए तक के उद्यमिता ऋण सहित कई नई घोषणाएं मनोहर सरकार की महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती हैं। यह बजट राज्य को तेजी से विकास के पथ पर लेकर जाएगा।
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस आम बजट को पांच एस में समाहित किया है –शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, बागवानी विभाग, पशुपालन व मत्स्य पालन सहित सहकारिता विभाग का बजट 20.9% की वृद्धि के साथ 6110 करोड़ों रुपए किया गया है जो चालू वित्त वर्ष में 5098 करोड़ रुपए था। इसके अलावा राज्य के प्रत्येक विभाग को सुदृढ़ करने पर फोकस किया गया है। इससे किसानों, ग्रामीण विकास, रोजगार, नई सड़कें व रेलवे लाइन बिछाने समेत निवेश बढ़ाने का रास्ता साफ होगा।
डॉ. चौहान ने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में निजी क्षेत्र में 50 हजार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। रोजगार कौशल के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने पर भी बजट में जोर दिया गया है। पंचायतों को सुदृढ बनाने के लिए 1500 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में जहां स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 8925.52 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, वहीं राज्य में शिक्षा पर 20250.70 करोड़ खर्च करने की घोषणा की गई है। सभी सरकारी कॉलेजों में 10 स्मार्ट क्लासरूम बनाए जाएंगे और संस्कृति मॉडल स्कूलों की संख्या 138 से बढ़ाकर 500 की जाएगी। डॉ, वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि ग्रामीण विकास की दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार ने 10,000 से अधिक जनसंख्या वाले सभी गांवों मैं शहरों की तरह ही नागरिक सुविधाएं करने का संकल्प लिया है। इन गांवों को स्ट्रीट लाइट और सीवरेज योजना से जोड़ा जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *