चंडीगढ़ ,8 मार्च। हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किया गया आम बजट नारी शक्ति को आर्थिक आजादी दिलाने का आधार है। महिला एवं बाल विकास विभाग को 33.7 प्रतिशत अधिक बजट आबंटन होने से कुपोषण से निपटने और महिलाओं के पोषण स्तर में बढोतरी के लक्ष्यों को हासिल किया जाएगा। वहीं सुषमा स्वराज पुरस्कार महिलाओं को राष्ट्र योगदान के लिए प्रेरित करेगा।
आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग को 2017 करोड रूपए की राशि का आबंटन होने से जोखिम श्रेणी में आने वाले बच्चे, महिलाओं के उत्थान की दिशा में काम होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में दूसरे बच्चे को कवर करते हुए 5000 रूपए की राशि देने की मंजूरी दी है, इससे गर्भवती महिला, दूध पिलाने वाली माता के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सरलता होगी। यही नहीं आंगनवाडी वर्करों, हैल्परों को 3 लाख रूपए की राशि जीवन बीमा के लिए मंजूरी दी गई है, जबकि बीते 29 दिसंबर को उनके लिए पहली बार 2 लाख रूपए तक का जीवन बीमा देना मंजूर किया गया था।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सुषमा स्वराज पुरस्कार की घोषणा प्रदेश की महिलाओं को देश, विदेश में हरियाणा का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित करेगा। हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना लघु उद्योग में महिलाओं की प्रभावी उपस्थिति एवं उनकी कामयाबी की शुरूआत का आधार बनेगी। यही नहीं कामकाजी महिलाओं के लिए फरीदाबाद, गुरूग्राम और पंचकूला में वर्किंग वीमैन हाॅस्टल बनने से सस्ती एवं किफायती रिहायश की उपलब्धता बढेगी। प्रदेश में 3 नए कालेज स्थापित होने से बेटियों की उच्च शिक्षा के संकल्प को तेजी से पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। इसके तहत 10 हजार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 50 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जाएगा और निश्चित तौर पर इस योजना से बहनों को फायदा पहुंचेगा। बेटियों की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसबल को बढाकर 15 प्रतिशत करने के लिए 1000 महिलाओं की भर्ती भी सराहनीय कदम हैं। उन्होंने कहा कि यह बजट नारी शक्ति के आगे बढने के अनुकूल माहौल देने वाला है।