फिरोजपुर, 14 मार्च । महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे द्वारा मंडल के लुधियाना-ब्यास-जालंधर रेलखंड का किया वार्षिक निरीक्षण किया गया। जिसमें लुधियाना, जालंधर सहित इस खंड पर स्थित स्टेशनों पर प्रगतिशील विकास कार्यों की समीक्षा कर जायजा लिया गया।
मंडल रेल प्रबंधक, राजेश अग्रवाल ने जारी एक बयान में बताया कि उत्तर रेलवे का फिरोजपुर मंडल भारतीय रेलवे में सबसे बड़े मंडलों में से एक है I इसके क्षेत्र पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू एवं कश्मीर में फैले हुए हैं | फिरोजपुर मंडल द्वारा संरक्षित, सुरक्षित तथा सुनियोजित तरीके से यात्री गाड़ियों एवं मालगाड़ियों को समयबद्धता के साथ संचालित किया जाता है I मंडल के विभिन्न प्रगतिशील रेल परियोजनाओं, विकास कार्यों, यात्री सुविधाओं के आधुनिकीकरण, नवीनतम रेल प्रणालियों के क्रियान्वयन सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आवश्यक नीतियों के निर्धारण हेतु उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने रविवार 14, मार्च को मुख्यालय के अधिकारियों, मंडल रेल प्रबंधक फिरोजपुर राजेश अग्रवाल एवं मंडल के अन्य अधिकारियों के साथ मंडल के लुधियाना – ब्यास – जालंधर रेलखंड पर विंडो ट्रेलिंग करते हुए लुधियाना, जालंधर सहित इस खंड पर स्थित अन्य स्टेशनों एवं प्रगतिशील विकास कार्यों की जानकारी लेते हुए समीक्षा की एवं इन समस्त कार्यों को निर्धारित मापदंडों के आधार पर तय समयसीमा पर पूरा करने की अपेक्षा की I
महाप्रबंधक उत्तर रेलवे, आशुतोष गंगल ने लुधियाना स्टेशन पर पुनर्निर्मित ओआरएच, सीसीटीवी कंट्रोल रूम, न्यू क्रू बुकिंग लॉबी, गार्ड, लोकोपायलट्स तथा अन्य रनिंग स्टाफ की सुविधा के लिए रनिंग रूम में सोलर गीजर सिस्टम तथा डीजल शेड में इलेक्ट्रिक लोको की रखरखाव के लिए निर्मित अतिरिक्त शेड का उद्घाटन किया | उन्होंने वेटिंग रूम, रिफ्रेशमेंट रूम, बुकिंग ऑफिस, सर्कुलेटिंग एरिया और चाइल्ड हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया । उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ संवाद के दौरान लुधियाना स्टेशन की री-मॉडलिंग, समस्त निर्माणाधीन कार्यों, यात्री सुविधाओं / सेवाओं तथा स्थानीय जनता की सुविधा हेतु सड़क मार्ग के लिए खोले गए जगराओं रोड ओवर ब्रिज के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी । उन्होंने फगवाड़ा स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की जाँच की तथा ट्रैकों का समुचित रखरखाव करने वाली विभिन्न ट्रैक मशीनों तथा इनको संचालित करे वाले कर्मचारियों से वार्तालाप करते हुए इनकी कार्यप्रणाली / रखरखाव की जानकारी प्राप्त की |
महाप्रबंधक उत्तर रेलवे, आशुतोष गंगल ने ब्यास स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए नवनिर्मित एस्केलेटर और लिफ्ट की कार्यशैली एवं यहाँ उपलब्ध विधुत उपकरणों का निरिक्षण किया | उन्होंने ब्यास स्टेशन के यार्ड में LWR (लोंग वेल्डेड रेल) तथा पॉइंट और क्रासिंग की निरिक्षण की और गेंग संख्या-20 के कर्मचारियों से इस क्षेत्र की स्थितियों पर उनका फीडबैक लिया । जालंधर-व्यास सेक्शन के बीच 120 किमी/घंटा की स्पीड ट्रायल के निरिक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि यह सेक्शन स्टाफ की रख-रखाव के कारण सुगम और आरामदायक है | उन्होंने मेंटिनेंस टीम को नकद पारितोषिक प्रदान करके उनका उत्साहवर्धन किया । मंडल रेल प्रबंधक ने महाप्रबंधक को ब्यास-ढिलवां सेक्शन के बीच ब्यास नदी पर स्थित ब्रिज सं-63 के नीचे बहते जल स्तर की निगरानी से अवगत कराया साथ ही उन्होंने इसके गर्डर का निरिक्षण भी किया | ढिलवां-हमीरा सेक्शन के बीच स्थित ब्रिज सं-62 के स्टील गर्डर का निरिक्षण के साथ-साथ इसकी सुरक्षा संबंधी सभी फिटिंग्स और मेंटेनेंस आदि की जाँच की ।
महाप्रबंधक उत्तर रेलवे, आशुतोष गंगल ने जालंधर सिटी स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं, स्वच्छता एवं अन्य मौलिक सुविधाओं का व्यापक निरिक्षण किया । मंडल रेल प्रबंधक ने उन्हें स्टेशन के री-डेवलपमेंट के विषय में अवगत कराया । महाप्रबंधक ने जालंधर सिटी स्टेशन पर आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडियाकर्मियों के साथ संवाद भी स्थापित किया तथा उनके द्वारा उठाये गए यात्रियों से जुड़े मुद्दों को समय पर समाधान के लिए उन्हें आश्वासन दिया | उन्होंने जालंधर सिटी स्टेशन पर स्टाफ, यूनियन तथा एसोसिएशन से उनकी समस्याओं एवं सुझावों को सुना तथा कोरोना काल में उनके द्वारा किय गये कार्यों की सराहना कर उनका उत्साहवर्धन किया|