चण्डीगढ़, 27 फरवरी। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़ के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई जबकि राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. के.के. अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
दीक्षांत समारोह में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव व पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा भी उपस्थित रहे। राज्यपाल ने स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय का न्यूज लेटर व स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज और देश को डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से बहुत अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कौशल विकास व स्टार्टअप के क्षेत्र में रोजगार हेतु बहुत खर्च कर रही है। हमें नौकरी चाहने वाले की बजाय नौकरी देने वाले बनने की जरूरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे डिजिटल इंडिया अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान के माध्यम से रोजगार, स्वरोजगार व आत्मनिर्भरता के नए मार्ग खुलने के साथ-साथ यह अभियान देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज व ज्ञान आधारित व्यवस्था में बदलाव लाने में सहायक साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट बोर्ड, ब्लॉकचेन, कंप्यूटिंग उपकरण आदि जैसे प्रौद्योगिकी क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की।
प्रो. के.के. अग्रवाल ने कहा कि एक से अधिक विषयों का ज्ञान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शोध स्थानीय एवं राष्ट्रीय विकास में मदद देने वाला होना चाहिए।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का उनकी उपस्थिति के लिए हृदय से आभार प्रकट किया। उन्होंने उपाधि व स्वर्ण पदक पाने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।