चण्डीगढ, 26 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अमर शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर भारत के मुगल शासकों के खिलाफ युद्ध छेडऩे वाले पहले सिक्ख सैन्य प्रमुख थे, जिन्होंने सिक्खों के राज्य का विस्तार भी किया। उन्होंने मुग़लों के अजेय होने के भ्रम को तोड़ा, छोटे साहबज़ादों की शहादत का बदला लिया और गुरु गोबिन्द सिंह द्वारा संकल्पित प्रभुसत्ता सम्पन्न लोक राज्य की राजधानी लोहगढ़ में ख़ालसा राज की नींव रखी।
मुख्यमंत्री कैथल में अमर शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर की कांस्य प्रतिमा और अमर शहीद मदन लाल धींगड़ा स्मारक पर बने नवनिर्मित दो मंजिले हॉल एवं आई डोनेशन बैंक का उद्घाटन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नान्देड में सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिन्द सिंह ने उन्हें सिक्ख बनाकर उनका नाम बन्दा सिंह बहादुर रख दिया। श्री गुरु गोबिन्द सिंह के आदेश से ही वे पंजाब आये और सिक्खों के सहयोग से मुग़लों को पराजित करने में सफल हुए। मई, 1710 में उन्होंने सरहिंद को जीत लिया और सतलुज नदी के दक्षिण में सिक्ख राज्य की स्थापना और खालसा के नाम से शासन किया तथा गुरुओं के नाम के सिक्के भी चलाये।
श्री बंदा सिंह बहादुर ट्रस्ट द्वारा आई डोनेशन बैंक की स्थापना पर करीब 18 लाख रुपये की धनराशि खर्च की गई। अमर शहीद मदन लाल धींगढ़ा स्मारक पर बनें नवनिर्मित दो मंजिला हॉल व सौंदर्यकरण पर करीब 50 लाख रुपये खर्च हुए। ।
इस मौके पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक लीला राम, विधायक गुहला ईश्वर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।