चंडीगढ़, 13 फरवरी। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक पूरे देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से टोल फ्री नंबर 1800-11-6666 पर कोई भी व्यक्ति टीबी से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या खांसी में बलगम या बलगम में खून आना, भूख व लगातार वजन कम होना, शाम के समय बुखार, रात को पसीना आना इत्यादि में से कोई भी लक्षण है तो तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को उपरोक्त में से कोई भी लक्षण पाया जाता है तो उसे तुरंत स्वास्थ्य संस्थान में जाकर टीबी की जांच करवानी चाहिए। यदि जांच में टीबी पाई जाती है तो तुरंत टीबी का इलाज शुरू करना चाहिए। टीबी का इलाज सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को टीबी हो जाती है तो उसे डॉक्टर की सलाह से पूरा इलाज करवाना चाहिए व दूसरे लोगों को टीबी लगने से बचाने हेतु इधर-उधर खुले में नहीं थूकना चाहिए और खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़ा लगाना चाहिए।
टीबी का इलाज लेने वालों को पोषण भत्ता व सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नोटिफाई करवाने वाले व्यक्तियों को मिलती है प्रोत्साहन राशि
उन्होंने बताया कि टीबी मरीज को इलाज की अवधि के दौरान प्रतिमाह 500 रुपये पोषण भत्ता दिया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार टीबी के नए मरीजों की जानकारी देकर उन्हें सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नोटिफाई करवाने वाले व्यक्तियों को भी 500 रुपये प्रोत्साहन भत्ता दे रही है। प्राइवेट प्रोवाइडर द्वारा टीबी के नए मरीज को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नोटिफाई करवाने तथा उसके इलाज का परिणाम सरकार को देने पर नियमानुसार एक हजार रुपये प्रोत्साहन भत्ता दिया जा रहा है।