स्वास्थ्य एवं पोषण, बाल टीकाकरण इत्यादि जैसे विभिन्न कारकों पर अभी भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता

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चंडीगढ़, 13 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हालांकि नूंह में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के आंकड़े पर्याप्त प्रगति दिखाते हैं लेकिन स्वास्थ्य एवं पोषण, बाल टीकाकरण इत्यादि जैसे विभिन्न कारकों पर अभी भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन के सुचारू संचालन के लिए अधिकारियों को जिला नूंह में रिक्त पदों को तुरंत भरने और नोडल अधिकारी की प्रतिनियुक्त करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री आज नूंह में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला नूंह के आकांक्षी जिला कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चंडीगढ़ से भी वरिष्ठ अधिकारी जुड़े हुए थे। उन्होंने अधिकारियों को उन क्षेत्रों में कमियों की पहचान करने और उन्हें सुधारने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्र मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों से मेवात (नूंह) में संस्थागत वितरण प्रणाली में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने आगे कहा कि जब वर्ष 2018 में नूंह जिले को आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल किया गया था, तब संस्थागत वितरण की दर 50.61 प्रतिशत थी जो कि आज अनुमानित दर बढक़र 100 प्रतिशत हो गई है जो कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन के लिए गर्व की बात है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जिला नूंह में इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के ठोस कार्यान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की प्रशंसा की थी। इसके अलावा, नीति आयोग ने हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई बालिका शिक्षा वाहिनी की विशेष पहल की सराहना की है। नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और अन्य बुनियादी सुविधाओं को विकसित करने के लिए आकांक्षी जिला कार्यक्रम लागू किया गया था ताकि चयनित जिलों के सर्वांगीण विकास का किया जा सके।
इस अवसर पर चंडीगढ़ से मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, वित्त एवं योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव जी. अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका समेत कई वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चंडीगढ़ से जुड़े हुए थे।

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