चण्डीगढ़, 8 फरवरी। बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ आम जनता में रोष पनप रहा है तथा सभी जन संगठन 15 फरवरी 2022 की ऐतिहासिक पब्लिक रैली में शामिल होने के लिए कमर कसने लगे हैं। इस सम्बन्ध में आज मनीमाजरा में राजनैतिक पाटियों, मुहल्ला समितियों व समस्या समाधान आदि संस्थाओं की मीटिंग में निजीकरण विरोधी मोर्चा बनाकर बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ की जाने वाली हर लड़ाई में सहयोग करने व शामिल होने का फैसला किया गया।
महासचिव मनोज शुक्ला ने जारी एक बयान में बताया कि जसपाल सिंह, करतार सिंह ठाकुर, सोनू, गुरदीप सिंह सोनू (रायपुरकलां), राजीव घरियाल, मनोज शुक्ला, रामेश्वर गिरी आदि राजनैतिक व सामाजिक तथा मोहल्ला समितियों के पदाधिकारियों ने एक स्वर से निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि निजीकरण के बाद कर्मचारियों से भी ज्यादा खराब हालात शहरवासियों की होगी। सरकार जनता के खून पसीने की कमाई से बने करोड़ों की सम्पत्ति निजी मालिक को लुटा रही है जिसका मकसद आम जनता की कीमत पर मुनाफा कमाना है। सरकार लगातार 5 साल से मुनाफा कमा रहे बिजली विभाग को बेचकर संविधान के खिलाफ काम कर रही है। चण्डीगढ़ में बिजली की दर 150 यूनिट तक 2.50 रूपये तथा अधिकतम 4.50 रूपये है जबकि एमिनेंट कम्पनी का 150 यूनिट तक का रेट 7.16 रूपये तथा औसत 8.90 रूपये है। चण्डीगढ़वासियों को भुगतान करना होगा। उन्होंने सरकार से निजीकरण रद्द करने का आग्रह करते हुए सभी चण्डीगढ़ वासियों को 15 फरवरी 2022 की पब्लिक रैली को सफल करने की अपील की।