चंडीगढ़, 23 जनवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आज घोषणा की कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष प्रदेश के 1,000 युवाओं को एडवेंचर-स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे रोजगार प्राप्त कर सकें। पंचकुला जिला के मोरनी के अलावा कलेसर, ढ़ोसी, अरावली व मेवात की पहाडिय़ों में भी एडवेंचर-स्पोर्टस आरंभ किए जाएंगे जहां पर हर साल तीन से पांच ‘एडवेंचर-स्पोर्टस कैंप’ आयोजित किए जाएंगे। उक्त कैंपों में ट्रेनिंग पर 2 करोड़ रूपए की राशि प्रत्येक वर्ष खर्च की जाएगी।
मुख्यमंत्री आज हरियाणा के खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा ‘मिल्खा सिंह एडवेंचर स्पोर्टस क्लब’ के तहत ‘यूथप्रीन्योर’ नामक ट्रेनिंग प्रोग्राम के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि युवाओं को संबोधित कर रहे थे। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में मोरनी क्षेत्र के 16 से 29 वर्ष के बीच के युवाओं को ‘एडवेंचर-स्पोर्ट्स एंड होम-स्टे’ से संबंधित इंटरप्रीन्योरशिप बारे प्रशिक्षित किया गया।
इस अवसर पर खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे, जबकि अन्य अतिथियों में सांसद रतनलाल कटारिया, खेल एवं युवा मामले विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, युवा आयोग के चेयरमैन मुकेश गौड़, विभाग के निदेशक पंकज नैन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नेताजी की जयंती के अवसर पर युवाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए आजादी के आंदोलन में दिए गए उनके सर्वोत्कृष्ट योगदान की विस्तार से चर्चा की और उनके दिखाए गए देशभक्ति के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद, महात्मा बुद्ध, महात्मा गांधी, भगत सिंह समेत अन्य महापुरुषों का उदाहरण देते हुए बताया कि युवाओं में असीम ऊर्जा होती है,इस ऊर्जा का सही दिशा में प्रयोग किया जाए तो स्वयं के साथ-साथ राष्ट्र की उन्नति होती है।
उन्होंने युवाओं को जॉब-सिकर की बजाए जॉब-गिवर बनने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार अंत्योदय की भावना से गरीब से गरीब व्यक्ति के उत्थान के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय रोजगार मेले आयोजित करके गरीब लोगों को मुर्गी फार्म, मछली पालन, पशुपालन समेत अन्य स्वरोजगार अपनाने के लिए ऋण आदि की सुविधाएं देने बारे जागरूक कर रहे हैं ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा एडवेंचर स्पोर्ट्स के अलावा धार्मिक पर्यटन एवं सांस्कृतिक पर्यटन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के प्रति युवाओं को अवगत करवाया।
मोरनी क्षेत्र के कई युवाओं ने ‘यूथप्रीन्योर’ ट्रेनिंग प्रोग्राम में हासिल किए गए प्रशिक्षण के अनुभवों को मुख्यमंत्री के समक्ष शेयर किया। इन युवाओं ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आरंभ किए गए ‘एडवेंचर-स्पोर्ट्स एंड होम-स्टे’ कार्यक्रम की प्रशंसा की और युवा-हित में उठाया गया अहम कदम बताया।
खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह ने ‘एडवेंचर-स्पोर्ट्स एंड होम-स्टे’ कार्यक्रम शुरू करने के पीछे मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरदृष्टि बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं के लिए मनोरंजन के साथ-साथ रोजगार का जरिया भी बनेगा। उन्होंने युवाओं को तरक्की का शॉर्टकट अपनाने की बजाए निरंतर परिश्रम करने पर बल दिया ताकि जिंदगी में स्थायित्व बना रहे। उन्होंने हरियाणा की खेल नीति को बेहतर एवं अनुकरणीय बताया और कहा कि अन्य राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी हमारे राज्य में खेलों के क्षेत्र में बढ़ते कदमों बारे जानकारी हासिल करने आ रहे हैं।
खेल एवं युवा मामले विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी ने ‘एडवेंचर-स्पोर्ट्स एंड होम-स्टे’ कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अंत्योदय कन्सेप्ट का ही हिस्सा बताया और कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से मोरनी जैसे पहाड़ी क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा और वे अधिक सशक्त हो सकेंगे।
खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन ने मुख्यमंत्री, खेल मंत्री एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए मोरनी क्षेत्र के युवाओं की ‘एडवेंचर-स्पोर्ट्स एंड होम-स्टे’ ट्रेनिंग-कैंप की विस्तार से जानकारी दी और उम्मीद जताई कि इस प्रकार से हरियाणा अन्य खेलों की भांति एडवेंचर-स्पोर्ट्स का भी हब बन सकेगा।
इस अवसर पर देश की जानी-मानी एनजीओ ‘होम-स्टे ऑफ इंडिया’ द्वारा मोरनी क्षेत्र के युवा गौरव, निखिल व कनिका को इंटरप्रेन्योर का ऑफर-लेटर भी दिया गया। ट्रेनिंग कैंप के दौरान कार्यक्रम अधिकारी रामकुमार, ट्रेनर श्रवण सिंह, ओमप्रकाश कादयान, विनोद वर्मा, शैलजा गुप्ता, प्रेम चौटाला व संदीप कुमार का विशेष योगदान रहा।