चंडीगढ़, 8 जनवरी। हरियाणा सरकार ने युवाओं को उद्यमिता से जोड़ने के मकसद से प्रदेश के सरकारी व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से आईटीआई कोर्स पास करने के बाद उद्यमी बनने पर उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इस योजना का मकसद हरियाणा राज्य की आईटीआई संस्थानों से पास युवाओं को नौकरी तलाशने की अपेक्षा स्वरोजगार शुरू करने की ओर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित करना है।
कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री हरियाणा श्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि इसके लिए एक नई योजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। इस योजना के तहत जिला स्तर पर तीन श्रेष्ठ उद्यमियों को उद्यमी अवार्ड तथा क्रमशः 10 हजार रुपये, 7 हजार 500 रुपये और पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर के इन सभी 66 उद्यमी अवार्ड विजेताओं में से तीन उद्यमियों को आगामी 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले उम्मीदवारों को क्रमशः 50 हजार रुपये, 40 हजार रुपये और 30 हजार रुपये का राज्य स्तरीय नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित करने के लिए विभाग द्वारा हर साल अक्टूबर माह में विज्ञापन जारी किया जाएगा और उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला शिक्षुता एवं आत्मनिर्भर कमेटी जिला स्तरीय पुरस्कारों के लिए इस वर्ष 18 जनवरी, 2022 से पहले प्राप्त आवेदनों में से विजेता तीन उम्मीदवारों की सूची अंतिम करेगी।
मूलचंद शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत अवार्ड के लिए केवल उन्हीं उद्यमियों पर विचार किया जाएगा, जिन्होंने उसी ट्रेड या सेक्टर में अपना कारोबार अथवा उद्यम शुरू किया हो, जिससे उन्होंने आईटीआई पास की है। उम्मीदवारों ने आईटीआई पास करने के एक से 4 वर्ष के बीच अपना कारोबार हरियाणा के किसी स्थान पर या फिर चंडीगढ़ में शुरू किया होना चाहिए। उसने जो कारोबार शुरू किया है, वह उसका पैतृक कारोबार नहीं होना चाहिए। उस कारोबार से, इस अवधि के दौरान एक वर्ष से अधिक के लिए उसकी मासिक आय निरंतर 20 हजार रुपए से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा, यदि उम्मीदवार ने कारोबार किसी के साथ भागीदारी में शुरू किया है तो उसमें उसकी अग्रणी भूमिका होनी चाहिए और इस पहल के तहत उसे पहले सम्मानित न किया गया हो।