कपूरथला, 3 नवंबर। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पहले दो किलोवाट वाले सभी उपभोक्ताओं के बकाया बिजली बिल माफ किए।अब अकाली दल-भाजपा की तत्कालीन पंजाब सरकार द्वारा राज्य के हितों को नजरअंदाज करके निजी कंपनियों के साथ किए समझौतों में जीवीके गोइंदवाल साहिब के साथ समझौता रद किए जाने से लोगों में खुशी की लहर है।लोग सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं।ये बातें कांग्रेस पार्षद अजमेर सिंह सनी बल व सीनियर कांग्रेसी नेता बलबीर सिंह बीरा ने कही।
उपरोक्त नेताओं ने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को एक महीने का समय बीत चुका है।इस एक महीने में चन्नी सरकार की ओर से पंजाब को खुशहाल बनाने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए।जिनमें से पीने के पानी और बिजली खपतकारों के बकाए माफ कर दिए गए।उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों को दिवाली का तोहफा दिया है।पंजाब में बिजली की नई दरें तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई हैं।100 यूनिट तक सिर्फ 1.19 रुपये प्रति यूनिट कीमत वसूली जाएगी।101 से 300 यूनिट तक नई दर चार रुपये प्रति यूनिट घोषित की गई है।वहीं 300 यूनिट से ऊपर घरेलू बिजली खपत के लिए 5 रुपए प्रति यूनिट की दर से शुल्क लिया जाएगा।मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब की जनता को तोहफा दिया।वहीं मुख्यमंत्री ने मुलाजिमों को डीए 11 प्रतिशत देने का भी वादा किया गया है।इससे आने वाले 2022 चुनावों में कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलेगी।उपरोक्त नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार के इस फैसले को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि इस फैसले के साथ हरेक वर्ग को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी वाली पंजाब सरकार की तरफ से मध्य वर्ग और गरीब लोगों की आर्थिक हालत को मद्देनजर रखते यह काम किया गया है।