चण्डीगढ़, 27 अक्टूबर। कैप्टन अमरिन्दर सिंह आज से औपचारिक तौर पर भाजपा का अटूट हिस्सा बन गया है। अनौपचारिक तौर और लुक-छिप कर तो वह बहुत पहले ही भाजपा के साथ मिले हुए थे, परन्तु आज नई पार्टी बनाने और भाजपा के साथ सीटों पर समझौता करने का ऐलान करके पूर्व मुख्यमंत्री ने इसका औपचारिक ऐलान कर दिया। यह बात पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज यहां जारी प्रैस बयान के द्वारा कही।
स. रंधावा ने कहा कि अब बिल्ली थैले से बाहर आ गई है। उन्होंने कहा कि अमरिन्दर सिंह ने न सिफऱ् कांग्रेस पार्टी बल्कि पिछले 11 महीनों से संघर्ष कर रहे किसानों और समूचे पंजाबियों की पीठ में छुरा घौंपा है। उन्होंने कहा कि अमरिन्दर सिंह ने भाजपा के पाले में जाने से पहले उन किसानों की बलिदान को भी भुला दिया जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाईं।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि भाजपा के रंग में रंगा हमारा पूर्व मुख्यमंत्री जिस तरह बी.एस.एफ. के ज़रिए आधे पंजाब पर कब्जा करने के फैसले की खुल कर हिमायत कर रहा है, उससे जग ज़ाहिर है कि अब उसे निजी हित प्यारे हो गए हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह अपनी सारी उम्र की कमाई कुएँ में डाल रहा है। उन्होंने कहा कि अमरिन्दर सिंह द्वारा दिए जा रहे तर्क भी उसके इस फ़ैसले को सही सिद्ध नहीं कर सकते। वह कह रहे हैं कि ड्रोन 30 किलोमीटर तक आ सकते हैं, फिर तो इस लिहाज़ से लड़ाकू जहाज और हेलीकॉप्टर तो 200 किलोमीटर तक भी आ सकते हैं। अमरिन्दर सिंह ने भाजपा के अपने आकाओं को खुश करने के समय यह भी नहीं सोचा कि उसके राज्य की पुलिस फोर्स का मनोबल गिरेगा, जिस फोर्स का वह साढ़े 9 साल गृह मंत्री रहा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को पंजाब में सबसे लम्बें समय कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने रहने का गौरव दिया। जिस कांग्रेस पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता और समर्थक के सहयोग के स्वरूप उसने 2014 में भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेटली को हराकर पूरे देश में वाहवाही बटोरी थी, आज कैप्टन अमरिन्दर सिंह उसी कांग्रेस पार्टी की पीठ में छुरा घोंप कर भाजपा के पाले में चला गया। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह इस समय पर हारे और थके हुए राजनीतिज्ञ की तरह बयान दे रहा है, जिसको पंजाब के लोग मुँह नहीं लगाएंगे।