कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी बनाने का किया ऐलान

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी बनाने का किया ऐलान
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चंडीगढ़, 19 अक्टूबर। पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह जल्द ही खुद की राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। कैप्टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर बताया कि किसानों सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्द ही नए दल की घोषणा की जाएगी। कैप्टन ने बीजेपी के साथ सशर्त गठबंधन की बात भी कही है। सीएम पद से हटने के बाद ही कैप्टन ने नई पार्टी बनाने के संकेत दे दिए थे।
पूर्व सीएम ने कहा कि अगर अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले किसानों के हित में तीनों कृषि कानूनों पर चल रहे विवाद का का समाधान कर दिया जाता है तो वह बीजेपी के साथ सीटें शेयर करने पर विचार करेंगे। कैप्टन ने कहा कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुट के साथ गठबंधन की संभावना भी देख रहे हैं। मंगलवार को कैप्टन की ओर से भाजपा से गठबंधन किए जाने के संकेतों ने फिर से नए समीकरणों पर चर्चा शुरू कर दी। कैप्टन का कहना है कि 2022 विधानसभा चुनाव से पहले ही उनकी पार्टी राज्य में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नई पार्टी के प्रत्याशियों का एलान भी चुनाव नजदीक आते ही कर दिया जाएगा। अन्य दलों के गठबंधन के बारे में उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि ऐसा गठबंधन चुनाव से पहले भी हो सकता है और चुनाव के बाद भी।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। हालांकि पिछली यात्रा की तरह ही इस बार भी उनकी यात्रा को निजी यात्रा बताया जा रहा है लेकिन हाल ही में एक इंटरव्यू में कैप्टन द्वारा यह भरोसा जताए जाने पर कि तीन कृषि कानूनों का हल जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा, पंजाब की सियासत में नए सिरे से अटकलों ने जन्म ले लिया है। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद बीते एक माह के दौरान कैप्टन का यह तीसरा दिल्ली दौरा है।अपने पहले दिल्ली दौरे के समय वह गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे, जबकि दूसरे दौरे के दौरान वह अपनी सांसद पत्नी परनीत कौर के सरकारी आवास पर ठहरे थे। इस बार भी कैप्टन के केंद्रीय मंत्रियों से मिलने की संभावना है।
माना जा रहा है कि कैप्टन पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नए धरातल की तलाश में हैं। इस दौरान अगर वह तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का केंद्र पर दबाव बनाने में सफल हुए तो संभव है कि कैप्टन भाजपा में दिखाई दें। वैसे उन्होंने एलान कर दिया है कि वह कांग्रेस छोड़ेंगे लेकिन भाजपा में नहीं जाएंगे।अमरिंदर सिंह ने कहा- ‘जब तक मैं अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा। पंजाब को राजनीतिक स्थिरता और आंतरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षा की जरूरत है। मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि इसकी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैं वह करूंगा जो आज दांव पर है।

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