चंडीगढ़, 17 अक्टूबर। चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा 12 अक्टूबर को जारी आदेश पटाखों की बिक्री और फोड़ने के प्रतिबंध पर जनता को अपनी आदत अनुसार भर्मित करते हुए चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने शहरवासियों को अश्वासन दिया था कि वह एडवाइजर से मुलाकात कर आए हैं। शहरवासी दशहरा के दौरान पटाखों का इस्तेमाल कर सकते हैं। पर भाजपा नेताओं पर विश्वास करना जनता को महंगा पड़ गया जब चंडीगढ़ पुलिस ने धारा 188 एवं डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 9 मामले दर्ज किए। सभी मामले डीसी के आदेशों की अवहेलना करते हुए पटाखे छोड़ने पर दर्ज किए गए हैं।
इस पर युवा नेता सुनील यादव और चंडीगढ़ युवा कांग्रेस के महासचिव विनायक बंगीआ ने भाजपा नेताओ को आड़े हाथ लेते हुए पूछा की सत्ता में होते हुए भी ऐसे गैरजिम्मेदार बयान जारी क्यू किए जा रहे है। सस्ती लोकप्रियता के लिए भाजपा नेताओं द्वारा इस बात का जम कर प्रचार किया गया कि उनके पास भी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के ऑर्डर की कॉपी हैं और उसमें कही भी नही लिखा गया कि पटाखें न बेचे जाएं और न फोड़े जाएं। भाजपा नेताओं द्वारा प्रशासनिक आदेशो की अवेहलना करने के लिए रामलीला कमेटियों को प्रोहसाहित किया गया डीसी के आदेश का पालन कराने के लिए शहर के तीनों एसडीएम की तैनाती की गई थी लेकिन इक्का-दुक्का जगहों को छोड़कर हर जगह प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई गईं है।