चंडीगढ़, 13 अगस्त। इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन के आवाहन पर बुधवार को बिजली मुलाजिमों की गेट मीटिंग मेंटेनेंस बूथ सेक्टर 35 में हुई। मीटिंग में इलेक्ट्रिकल अथॉरिटी द्वारा आउट सोर्स्ड वर्करों की सैलरी में कटौती करने के फैसले की सख्त शब्दों में निंदा की गई तथा फ़ैसला किया गया कि अगर इस कटौती को रोका गया तो सभी बिजली कर्मी 18 अक्टूबर को प्रदर्शन में शामिल होंगे।
यहा बताना जरूरी है कि इलेक्ट्रिकल विभाग मे काम कर रहे आउट सोर्सेड इलेक्ट्रीशियन की सैलरी को कम कर यूनियर टेक्नीशियन के समान सैलरी देने की तयारी की जा रही है, जिस से हर वर्कर की पांच हजार रुपए सैलरी कम हो जाएगी जबकि दोनों कैटेगरीज के पे स्केल एक समान है।
मुलाजिमों को संबोधन करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार ने कहा कि प्रशासन की इस धक्केशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि हम मांग कर रहे हैं कि आउट सोर्सेड वर्करों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी बनाकर उनकी नौकरी सिक्योर की जाए ताकि जो ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा उनका आर्थिक शोषण बंद हो सके और अधिकारी इन लोपेड वर्करों की सैलरी में कटौती करने जा रहे हैं जो शर्म की बात है। जेम पोर्टल के
ठेकेदार प्रशासन की नाक के नीचे एक ऑर्गेनाइज्ड फ्राड कर रहे हैं किंतु उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
उन्होंने मांग की है कि प्रशासन ठेकेदारों के खिलाफ क्रिमिनल प्रोसीडिंग शुरू करें तथा जो ठेकेदार गैर कानूनी तरीके से सैलरी रोकते हैं उनके ठेके तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाए तथा आउट सोर्सेड वर्करों की वेतन कटौती का प्रस्ताव रद्द किए जाए।
मीटिंग में महासचिव वरिंदर बिष्ट के साथ अवतार सिंह, यशपाल शर्मा, सुखविंदर सिंह, मनिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, भरत राना, गुरविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।