चंडीगढ़, 12 अक्टूबर। इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन के आवाहन पर मंगलवार को बिजली मुलाजिमों की मीटिंग मेंटेनेंस बूथ सेक्टर 23 तथा मेंटेनेंस बूथ पैक सेक्टर 12 में हुई।
मीटिंग में इलेक्ट्रिक अथॉरिटी द्वारा आउट सोर्स्ड वर्करों की सैलरी में कटौती करने के फैसले की सख्त शब्दों में निंदा की गई तथा फ़ैसला किया गया कि अगर इस कटौती को ना रोका गया तो सभी बिजली कर्मी 18 अक्टूबर को प्रदर्शन में शामिल होंगे।
ज्ञात रहें इलेक्ट्रिकल विभाग में काम कर रहे आउट सोर्सेड इलेक्ट्रीशियन की सैलरी को कम कर यूनियर टेक्नीशियन के समान सैलरी देने की तैयारी की जा रही है, जिस से हर वर्कर की पांच हजार रुपए सैलरी कम हो जाएगी जबकि दोनों कैटेगरी के पे स्केल एक समान है।
मुलाजिमों को संबोधन करते हुए कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार ने कहा कि प्रशासन की इस धकेशही को बर्दाश्त नि नही किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि हम मांग कर रहे हैं कि आउट सोर्सेड वर्करों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी बनाकर उनकी नौकरी सिक्योर की जाए ता जो ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा उनका आर्थिक शोषण बंद हो सके और अधिकारी इन लो पेड वर्करों की सैलरी मे कटौती करने जा रहे हैं, शर्म की बात है । जेम पोर्टल के
ठेकेदार प्रशासन की नाक के नीचे एक ऑर्गेनाइज्ड फ्राइड कर रहे हैं किंतु उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
उन्होंने मांग की के प्रशासन ठेकेदारों के खिलाफ क्रिमिनल प्रोसीडिंग शुरू करें तथा जो ठेकेदार गैर कानूनी तरीके से सैलरी रोकते हैं उनके ठेके तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाए। तथा रोकी गई सैलरी रिलीज करवाई जाए तथा आउट सोर्सेड वर्करों की वेतन कटौती का प्रस्ताव रद्द किए जाए। मीटिंग में महासचिव वरिंदर बिष्ट के इलावा अवतार सिंह, जतन परशाद, सीता राम, आनंद सिंह, चंदर परकाश सुखविंदर सिंह, मनिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, भरत राना, गुरविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।