हिमाचल प्रदेश की महिला स्वयं सहायता समूहों ने चंडीगढ़ के मेयर और पार्षदों से की मुलाकात

चंडीगढ़, 1 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश की स्वच्छता यात्रा पर निकली महिला प्रतिनिधियों ने आज सिटी मेयर अनूप गुप्ता, निगम आयुक्त अनिंदिता मित्रा और महिला पार्षद से होटल माउंट व्यू में समापन सत्र के दौरान मुलाकात की।
सभी महिला एसएचजी को उनके असाधारण कार्य और समाज में स्वच्छता के ध्वजवाहक होने के लिए सराहा गया। उन्होंने कचरा मुक्त शहर के मिशन को सफल बनाने के उद्देश्य से स्वच्छता में महिलाओं से महिलाओं के नेतृत्व वाली स्वच्छता में संक्रमण को पहचानने और जश्न मनाने के मिशन पर भी चर्चा की। एसबीएम और डीएवाई-एनयूएलएम की यह संयुक्त पहल स्थायी और प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा दे रही थी। इस तरह की पहल हमें स्वच्छ और हरित पर्यावरण के अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती हैं।
स्वच्छोत्सव के तहत स्वच्छ यात्रा के दूसरे दिन, हिमाचल प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) ने शहर के आजीविका केंद्र, सामान्य सेवा केंद्र, विभिन्न अन्य एसएचजी, पिंक एमआरएफ और धनास झील का दौरा किया। उनके दौरे का उद्देश्य चंडीगढ़ में लागू अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता प्रथाओं को देखना और उनसे सीखना था।
एसएचजी विशेष रूप से सरवती एसएचजी के काम से प्रभावित हुए, जो मंदिरों से एकत्र किए गए बेकार फूलों से मोमबत्तियां बनाते हैं, रानी लक्ष्मी बाई एसएचजी, जो बेकार कपड़ों को कपड़े की थैलियों में परिवर्तित करती है, धृष्टी एसएचजी और नया सा समूह। उन्होंने देखा कि कैसे महिलाओं के नेतृत्व वाले ये समूह 3R प्रणाली का पालन करते हैं और चंडीगढ़ को कचरा मुक्त शहर बनाने के लक्ष्य में योगदान करते हैं।
पिंक एमआरएफ और धनास झील की यात्रा ने अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता प्रथाओं की दिशा में उनके दौरे को और मजबूत किया। उन्होंने देखा कि कैसे महिलाएं स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन का नेतृत्व कर रही हैं और समाज में उनके योगदान की प्रशंसा की।

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