वैश्विक महामारी कोरोना के कारण विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर काफी असर पड़ा: दुष्यंत चौटाला

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चंडीगढ़, 1 मार्च । हरियाणा के आगामी बजट को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य सरकार ने अपने पिछले बजट के जरिए कई विकास योजनाओं की शुरुआत की थी लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इन विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर काफी असर पड़ा। उन्होंने कहा कि आगामी वित्त वर्ष में कोरोना महामारी की वजह से प्रदेश में रूकी विकास योजनाओं पर तेजी के साथ काम होगा। वे सोमवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से रूबरू थे।
दुष्यंत चौटाला ने उदाहरण के तौर पर एक बड़े प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार आगामी वित्त वर्ष में गुरुग्राम के ग्लोबल सिटी जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम करेगी। श्री चौटाला ने इस प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि करीब एक हजार एकड़ में ढाई से तीन लाख की आबादी की आवासीय, वाणिज्यिक, इंस्टीट्यूशनल समेत अन्य सुविधाओं व तकनीक से लैस ग्लोबल सिटी विकसित की जाएगी, जिसका सीधा मुख्य सडक़ों के साथ संपर्क होगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह बजट में प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ बनाने के लिए काम किया जाएगा।
कोरोना वैक्सीन के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में बनी कोरोना वैक्सीन को आज दुनियाभर में अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने देशभर में मुफ्त कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चला रखा है। साथ ही जनता के लिए कम से कम दाम पर निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 11 महीने में सभी देशवासियों ने एकजुटता के साथ कोरोना के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ी है और आने वाले दिनों में भारत कोरोना पर पूरी तरह जीत हासिल करेगा। डिप्टी सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद विपक्षियों द्वारा की जा रही सियासत की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि क्या विपक्ष से पूछकर टीकाकरण करवाया जाएगा कि किस राज्य की नर्स से टीका लगवाया जाए ? उन्होंने कहा कि एम्स में आज देशभर का स्टाफ काम कर रहा है और इस तरह की बात करने वाले अपनी मानसिकता दर्शा रहे हैं ।
कृषि व किसानों से संबंधित एक अन्य सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर के आने से नई टेक्नोलॉजी बढ़ी है और रिसर्च से कृषि क्षेत्र व किसानों का उत्थान हुआ है। उन्होंने कहा कि आज प्राइवेट कंपनिया ही कॉटन के बीज की दुनिया में सबसे बड़ी निर्माता हैं। कपास की नई किस्में आने से आज किसानों की कपास की उपज बढऩे के साथ-साथ उस किस्म की मांग अधिक होने से अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक दाम मिलते हैं । डिप्टी सीएम ने कहा कि सरसों के तेल की विदेशी मार्केट में बड़ी मांग है, अगर सरसों तेल का निर्यात खुलता है तो सरसों की कीमतों में भी निर्धारित एमएसपी से ज्यादा उछाल आएगा। उन्होंने कहा कि इसी वजह से सरसों आज एमएसपी से 400-500 रूपये ज्यादा बिकती है। उन्होंने कहा कि यह सब किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने वाले काम हैं।
वहीं किसान आंदोलन के संदर्भ में डिप्टी सीएम ने कहा कि किसान संगठनों की जो बातें जायज हैं उन्हें केंद्र बदलने के लिए तैयार है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसानों संगठनों को दोबारा चर्चा के लिए आगे आना चाहिए और जब सरकार के साथ चर्चा होगी तो जरूर समाधान निकलेगा।

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