बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति ने कर्मचारियों पर हो रही दमनात्मक कार्यवाही के खिलाफ प्रस्ताव पास कर संघर्ष का किया ऐलान

चंडीगढ़,19 अप्रैल। चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण और इसके खिलाफ 22-23 फरवरी को आयोजित हड़ताल में शामिल कर्मियों के किए जा रहे दमन के खिलाफ भकना भवन में कन्वेंशन का आयोजन किया। नेशनल को-आर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाईज एंड इंजीनियर (एनसीसीओईईई) के राष्ट्रीय नेता शैलेन्द्र दुबे की अध्यक्षता में आयोजित बेनर इस कन्वेंशन में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, चंडीगढ़ व जम्मू कश्मीर के बिजली कर्मचारियों एवं इंजीनियरों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कन्वेंशन का संचालन कमेटी के कन्वीनर प्रशांत नंदी चोधरी ने किया। नेशनल को-आर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाईज एंड इंजीनियर के नेता सुभाष लांबा द्वारा रखे गए को सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में यूटी चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा हड़ताल को रोकने के लिए लगाए गए एस्मा, हड़ताली कर्मियों के खिलाफ दर्ज किए झुठे मुकदमों व चार्जशीट को वापस लेने, नौकरी से बर्खास्त किए गए 17 ठेका कर्मियों को वापस ड्यूटी पर लेने, वेतनमान संशोधित करने,बंद की छुट्टियां बहाल करने और चंडीगढ़ में शांति स्थापित करने के लिए बिजली विभाग के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की गई। कन्वेंशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय नेता शैलेन्द्र दुबे, प्रशांत नंदी चोधरी,मोहन शर्मा, अभिमन्यु धनखड़, रमेश शर्मा, पदमजीत सिंह ने दो टूक शब्दों में यूटी चंडीगढ़ प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर कन्वेंशन में पारित किए गए प्रस्ताव में शामिल मांगों को स्वीकार नहीं किया तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 28-29 मार्च को आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल में करोड़ों का मुनाफा कमाने वाले और उपभोक्ताओं को अबाधित सस्ती देने वाले चंडीगढ़ बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपने और इसको बचाने के लिए संधर्ष कर रहे बिजली कर्मियों का उत्पीड़न के मामले को देशभर में जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। कन्वेंशन में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान व शीघ्र यूटी चंडीगढ़ प्रशासन के सलाहकार से मुलाकात करने का भी फैसला लिया गया। कन्वेंशन में यूटी पावरमैन यूनियन चंडीगढ़ के प्रधान ध्यान सिंह व महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने संबोधित किया और कर्मचारियों से निर्णायक आंदोलन की तैयारी करने का आह्वान किया। कन्वेंशन को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पंजाब के सचिव सुखविंदर सिंह सेखों, संयुक्त किसान मोर्चा से राजकौर गिल,आम आदमी पार्टी के पार्षद दमनप्रीत सिंह, सीटू के नेता कुलदीप सिंह, फेडरेशन के प्रधान रघबीर चंद, टेक्निकल सर्विस यूनियन पंजाब के मुख्य संगठनकर्ता गुरकमल सिंह चीफ ओरगेनाइजर, ईईएफआई से जसबीर सिंह राठौड़ व पंजाब सबोर्डिनेट सर्विस फेडरेशन से एनडी तिवारी ने संबोधित किया और निजीकरण के खिलाफ इस आंदोलन का पुरजोर समर्थन करने का आश्वासन दिया।
कन्वेंशन में नेशनल को-आर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाईज एंड इंजीनियर के घटक बिजली संगठनों के पदाधिकारी के के मलिक, सुरेश राठी, नरेश कुमार, हीरा लाल वर्मा, रघबीर चंद, रघबीर सिंह,कार्जविंद्र सिंह आदि मौजूद थे। यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति कन्वीनर प्रशांत एन. चौधरी ने दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *